आसमान छू रहे सोने के दामों ने दुनिया की सबसे बड़ी लग्जरी कंपनी की भी उड़ाई नींद
punjabkesari.in Tuesday, Oct 14, 2025 - 11:04 AM (IST)

नारी डेस्क: सोने की चमक जितनी बढ़ रही है, उतनी ही बड़ी कंपनियों की चिंता भी। क्योंकि लक्जरी और कीमत के बीच संतुलन बनाए रखना आज के दौर में मुश्किल होता जा रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी लग्जरी कंपनीLVMH (Louis Vuitton Moët Hennessy) के लिए सोने की बढ़ती कीमतें एक नई चुनौती बन गई हैं। LVMH के पास कई बड़े ब्रांड्स हैं जिनमें Tiffany & Co. (प्रसिद्ध ज्वेलरी ब्रांड) भी शामिल है।

क्या है मामला
पिछले कुछ महीनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। जब सोने के दाम बढ़ते हैं, तो ज्वेलरी बनाने की लागत भी बढ़ जाती है। Tiffany जैसी कंपनियों को अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले डिजाइन देने के लिए ज्यादा कच्चा माल (सोना, हीरे, प्लेटिनम) खरीदना पड़ता है। लेकिन अगर ये लागत बहुत बढ़ जाए, तो कंपनी या तो मुनाफा कम करती है या कीमतें बढ़ाती है- दोनों ही स्थितियां कठिन हैं।
लग्जरी मार्केट पर असर
LVMH जैसे प्रीमियम ब्रांड्स के ग्राहक अमीर होते हैं, लेकिन फिर भी लगातार बढ़ती कीमतें खरीदारी के फैसले को प्रभावित करती हैं। खासकर एशिया और यूरोप जैसे बाजारों में गोल्ड ज्वेलरी की मांग थोड़ी धीमी हो सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, LVMH अब Tiffany केडिज़ाइनों में विविधता लाकर सोने पर निर्भरता थोड़ा घटाने की कोशिश कर रही है। साथ ही, ब्रांड वैल्यू और एक्सक्लूसिविटी के ज़रिए ग्राहक बनाए रखने पर फोकस कर रही है।

विश्लेषकों की राय
सोने की कीमतों में तेज़ी से उछाल लग्जरी ज्वेलरी ब्रांड्स के लिए लागत बढ़ाने वाला कारक है। लेकिन Tiffany जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड्स अपनी मजबूत छवि और प्रीमियम ग्राहकों के भरोसे से इस असर को सीमित रख सकते हैं। शायद यही कारण है कि एलवीएमएच के टिफ़नी और बुलगारी, रिचेमोंट (सीएफआर.एस), कार्टियर, वैन क्लीफ़ एंड अर्पेल्स और केरिंग (पीआरटीपी.पीए), बाउचरन सहित आभूषण ब्रांडों ने फ़ैशन पर भी ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है।