Ratan Tata Lifestory: 4 बार हुआ प्यार लेकिन चारों बार बंधते-बंधते रह गया सिर पर सेहरा
punjabkesari.in Tuesday, Dec 28, 2021 - 04:48 PM (IST)
टाटा कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा की जिंदगी उतार-चढ़ावों से भरी रही है। टाटा संघ में 100 से ज्यादा कंपनियां आती हैं। इन कंपनियों में सुई से लेकर स्टील तक सब कुछ आता है। रतन टाटा टाटा ग्रुप के चेयरमेन रह चुके है। चलिए इस पैकेज में हम आपको रतन टाटा जी की लाइफस्टोरी बताते है। रतन टाटा का जन्म 1937 को हुआ। वे टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के दत्तक पोते नवल टाटा के बेटे हैं।
बचपन में ही अलग हो गए थे माता-पिता
रतन टाटा, नवल टाटा के बेटे हैं, जिन्हें नवजबाई टाटा ने गोद लिया था। बचपन में ही रतन टाटा के माता-पिता अलग हो गए थे। लेकिन वह अपनी मां के बेहद करीब है। उस वक्त रतन टाटा 10 वर्ष और उनके छोटे भाई जिम्मी 7 साल के थे।
आईबीएम की नौकरी छोड़ टाटा ग्रुप से शुरू किया करियर
रतन टाटा ने मुंबई से अपनी पढ़ाई पूरी की। फिर आईबीएम की नौकरी ठुकराकर टाटा ग्रुप के साथ अपना करियर शुरू किया। उन्होंने 1961 में एक कर्मचारी के तौर पर काम करना शुरू किया लेकिन 1991 तक वह टाटा ग्रुप के अध्यक्ष बन गए। रतन टाटा ने नैनो जैसी कार बनाकर आम आदमी का कार का सपना साकार किया।खबरों की माने तो रतन टाटा जब टाटा समूह में आए थे तब कंपनी का कुल कारोबार 10000 करोड़ रुपए था जोकि अब काफी बढ़ चुका है। रतन टाटा को साल 2000 में पद्मभूषण और साल 2008 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया गया। रतन टाटा 2012 में रिटायर हो गए। अपने करियर में उन्होंने कंपनी को शिखर तक पहुंचाया। खबरों की माने तो कंपनी की वैल्यू 50 गुना बढ़ा दी। वो फैसले लेते गए और उन्हें सही साबित करते गए।
4 बार हुआ प्यार लेकिन एक बार भी नहीं हुई शादी
रतन टाटा ने अभी तक शादी नहीं की। रतन टाटा को 4 बार प्यार हुआ जिसका खुलासा उन्होंने खुद किया था। 4 बार प्यार में पड़ जाने के बाद भी उनकी शादी नहीं हुई। अपनी लवस्टोरी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था,' मुझे अपनी लाइफ में 4 बार प्यार हुआ, लेकिन चारों बार हालात ऐसे बने कि किसी न किसी कारण से सिर पर सेहरा बंधते-बंधते रह गया।' आगे वो कहते हैं कि ये अच्छी बात है कि उनकी शादी नहीं हो सकी, यदि होती तो हालात ज्यादा कठिन हो जाते।
अमेरिकन लड़की से करने वाले थे शादी
अपने एक ऐसे ही प्यार के बारे में रतन टाटा ने बताया था, जिसमें वे सबसे ज्यादा सीरियस थे। रतन टाटा के मुताबिक, अमेरिका में उनका दिल एक लड़की पर आया था। उस वक्त 1962 का भारत-चीन युद्ध चल रहा था। टाटा और उनकी गर्लफ्रेंड ने शादी का फैसला लिया। रतन टाटा भारत आ गए लेकिन उनकी गर्लफ्रेंड युद्ध के दौरान बने तनावपूर्ण माहौल के चलते भारत नहीं आ सकीं। बाद में उनकी गर्लफ्रेंड ने किसी और से शादी कर ली।
बुक लवर हैं रतन टाटा
रतन टाटा को किताबों से बहुत प्यार हैं। उन्होंने लोगों की सक्सेस स्टोरीज पढ़ना बहुत अच्छा लगता हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि रिटायरमेंट के बाद वे इसी शौक को समय दे रहे हैं। वह ज्यादा किसी से बात करना पसंद नहीं करते। रतन टाटा को कार और डॉग्स का भी शौक हैं।
हमेशा लोगों की मदद के लिए आए आगे
रतन टाटा अपने दरियादिली के लिए भी जाने जाते हैं। मुंबई आतंकी हमले के दौरान मुंबई में उनकी पांच सितारा होटल को निशाना बनाया गया तब उन्होंने अपने कर्मचारियों की खुले हाथों से मदद की। वही ताज होटल पर हमले के बाद रतन टाटा खुद वहां पहुंचे थे। वह खुद घायल के घर गए थे। रतन टाटा सोशल मीडिया पर भी एक्टिव है, जहां वह अपनी पुरानी तस्वीरों को शेयर करते रहते हैं।