'हमें 2 वक्त का खाना मिले इसके लिए मेरी मां विधवा बन गई', जानिए राखी सावंत की दर्द भरी कहानी
punjabkesari.in Saturday, Jan 22, 2022 - 02:01 PM (IST)
राखी सावंत बॉलीवुड का आज जाना-माना चेहरा है। लोग उन्हें काफी प्यार भी करते हैं और राखी ने यह काफी मेहनत से पाया। चॉल में पैदा हुई राखी के लिए बॉलीवुड तक का सफर काफी मुश्किलों से भरा रहा। राखी के साथ कोई नहीं था यहां तक कि उनका परिवार भी नहीं। राखी ने अपनी लाइव में वो दर्द भी झेले जो किसी ने सोचे भी ना हो। एक्ट्रेस के पिता को हार्ट अटैक आया लेकिन उन्हें खबर तक नहीं दी गई यही नहीं वो अपने पापा के अंतिम संस्कार तक में शामिल नहीं हुई। उनकी मां ने उन्हें यह तक कह दिया था कि काश तू पैदा होते ही मर जाती। चलिए आज के इस पैकेज में हम आपको सबको हंसाने वाली राखी की दर्द भरी कहानी सुनाते है।
घर से भागकर मुंबई आई थी राखी सावंत
राखी का जन्म 25 नवंबर 1978 को मुंबई में हुआ। एक रियलिटी शो में पहुंची राखी ने अपने बचपन के बारे में बात करते हुए कहा था, पहले तो हम लोग चॉल में रहते थे वहां पर लड़कियों को अलग नजर से रखा जाता था हमारी सेफ्टी के लिए मां-बाप हमें घर में बंद कर ताला मारकर कही बाहर जाया करते थे..उस वक्त सपने देखना मतलब भूल ही जाओ..लेकिन मैंने सपने देखे दुनिया से लड़ी अपने मां-बाप से लड़ी..कि मुझे भी बनना है माधुरी श्रीदेवी और काजोल...फिर एक दिन भाग गई मैं ताला तोड़कर..
हॉस्टेल में डालने के लिए विधवा बन गई थी मां
नामी वेबसाइट बॉलीवुड बबल को हाल में ही दिए इंटरव्यू में राखी ने अपने बचपन का एक कड़वा सच बताया था कि कैसे उन्हें पालने के लिए उनकी मां विधवा बन गई थी। राखी ने कहा था, मेरे मां-बाप काफी गरीब थे और मेरी मां ने हमें हॉस्टेल में डाल दिया उस वक्त मेरी उम्र 3-4 साल की थी। हम चॉल में रहते थे और वहां से बच्चे चुराए जाते थे। वो दोनों काम में जाते थे और उन्होंने हमारी चिंता रहती थी। ऐसे में मेरी मां ने हमें हॉस्टल में डालने का फैसला लिया लेकिन हॉस्टल में सिर्फ सिंगल मदर के ही बच्चे लिए जाते थे।
आगे राखी ने कहा, ऐसे में मेरी मां ने झूठ बोला कि वो विधवा है और फिर हमें हॉस्टेल में रखा गया। ताकि हमें वहां 2 टाइम का खाना मिला। राखी ने यह भी बताया कि उस हॉस्टल में भी उनकी पढ़ाई नहीं होती थी और वो और उनकी बहन बाथरूम साफ करती थी। हमें सिर्फ A, B, C, D सिखाते थे क्योंकि हम गरीब परिवार से थे। राखी के मुताबिक, वो 3 साल वहां पर रही। अक्सर उनकी मां वहां उन्हें मिलने पहुंचती बिना सिंदूर बिंदी और मंगलसूत्र के...उनकी मां अस्पताल में काम करती थी और वीकेंड पर एक दिन वो उनसे मिलने पहुंची। हॉस्पिटल से वो सीधा हॉस्टेल पहुंची और जल्दबाजी में वो बिंदी, सिंदूर और मंगलसूत्र हटाना भूल गई और उनका झूठ पकड़ा गया और उन्हें हॉस्टेल से बाहर निकाल दिया गया। राखी ने कहा कि बचपन से ही वो काफी कुछ सह चुकी है और अब वो काफी मजबूत बन चुकी है।
अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए राखी ने बताया था कि घर से भागकर वो मुंबई में ही एक पीजी में रहती थी उनकी मां चोरी-छिपे उन्हें पैसे देकर जाती थी। वो अलमारी में रखती थी लेकिन उन्हें लॉक लगाना नहीं आता था क्योंकि उनकी उम्र काफी कम थी। अक्सर उनके पैसे चोरी हो जाते थे और वो हर रात रोकर सोती थी।
आगे इंडस्ट्री में अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए राखी ने कहा, मेरी फोटो देखकर सब फैंक देते थे सभी कहते थे कि क्या तुम्हारे में तो कुछ भी नहीं है तुम कुछ नहीं बन सकती..शक्ल में दम नहीं अक्ल में दम नहीं बॉडी में दम नहीं...फिर अपने आप को बनाया मैंने..डांस सीखा हर चीज सीखी...मेरे मां-बाप ने मुझे स्पोर्ट नहीं किया लेकिन मैं हिम्मत नहीं हारी। मैं बहुत खुश हूं कि मैंने इस जन्म में अपने सपने देखे और उन्हें पूरा किया। साथ ही एक्ट्रेस ने लोगों को मैसेज देते हुए कहा कि हर एक मां-बाप को अपने बच्चों के सपने पूरे करने चाहिए। राखी ने यह भी कहा था कि अगर मैं कुछ ना बनती तो मेरे परिवार वाले जबरदस्ती मेरी शादी किसी से करवा देते।
आज भी इतने सालों बाद परिवार वालों ने नहीं अपनाया
राखी ने यह भी कहा कि इतने साल बाद भी उनके परिवार वालों ने अभी तक उन्हें नहीं अपनाया। राखी ने अपनी कहानी बताते हुए कहा था कि मेरे रिश्तेदारों ने अभी तक मुझे नहीं अपनाया। यही नहीं वो मेरी मां से भी बात नहीं करते। मेरा मामा, मेरे चाचा कोई भी नहीं...उनको ऐसा लगता है कि अरे ये चली गई हमारी लड़कियां भी भाग जाएगी। ऐसा कुछ नहीं होता.. मेरी किस्मत थी और मैंने बदली है...मैं एक्ट्रेस बनना चाहती थी और बनी इसमें कुछ गलत नहीं है।
मीका सिंह संग राखी के विवाद पर मां के खिलाफ खड़ा हो गया था परिवार
अपनी मां के बारे में बात करते हुए राखी ने कहा था कि एक वक्त में उन्होंने मुझे कहा था कि काश तू पैदा होते ही मर जाती...दरअसल, राखी की मां उनके लाइफस्टाइल से परेशान हो गई थी। उन्होंने कहा, 'लोग मुझे कहते हैं कि मैं अटेंशन की भूखी हूं. ऐसा नहीं है. मीडिया को मुझसे प्यार है. एक समय ऐसा था जब मेरी मां ने मुझे कहा - ये तुम्हारे विवाद क्या है? काश तुम पैदा होते ही मर गई होती. यह तब हुआ था जब मेरा परिवार मीका सिंह संग मेरे विवाद के बाद मेरी मां के खिलाफ खड़ा हो गया था.'
पिता के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुई थी राखी
जवाब में मैंने अपनी मां से कहा था, कोई मुझे बॉलीवुड में जाकर ताज नहीं पहनाएगा. मुझे स्ट्रगल करने दो, मुझे स्वतंत्रता दे दो. मैं अमिताभ बच्चन या अनिल कपूर की बेटी नहीं हूं. मैंने तो स्कूल की पढ़ाई भी नहीं की है. मुझे काम करने का मौका दो, उस वक्त मेरे पापा ने मेरी मां को बुलाना छोड़ दिया था' यही नहीं मेरे पापा को हार्ट अटैक आया मुझे नहीं बताया गया और ना ही मैं उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुई। राखी कहती है कि वो सारे जहर पीकर मैं आगे बढ़ी हूं। लेकिन फिर भी वो अपना कर्तव्य निभा रही है सारी फैमिली को साथ लेकर चलती है अगर वो कुछ कमाती हूं तो उनको भी देती हूं। राखी ने यह भी बताया था कि पहले वो भी बॉलीवुड पार्टीज में जाकर ड्रिंक करती थी लेकिन एक बार उनके मॉम-डैड ने उन्हें बहुत मारा इसके बाद उन्होंने अपनी यह आदत छोड़ दी।
कैंसर पीड़ित मां का इलाज करवाने के लिए नहीं थे पैसे
बता दें कि हाल में ही राखी की मां कैंसर से पीड़ित पाई गई थी और जब यह बात एक्ट्रेस को पता चली थी तो उनके पैरों से जमीन खिसक गई थी। उनके पास मां के इलाज के लिए पैसे नहीं थे। दरअसल, लॉकडाउन की वजह से उनके पास कोई काम नहीं था। फिर सलमान खान ने उनकी मदद की।
राखी के पिता अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन एक्ट्रेस उन्हें काफी मिस करती है। एक शो में राखी ने कहा था कि मेरे पापा नहीं है लेकिन वो जहां भी होंगे वो मुझ पर गर्व महसूस करते होंगे। मैं हमेशा चाहती थी कि मैं कुछ बनू लेकिन फैमिली में इजाजत नहीं थी। मैं चाहती हूं कि वो काश मुझे कहते कि बॉलीवुड में जाने का तुम्हारा फैसला बिल्कुल सही था। क्योंकि आज मैं अपना पूरा घर चला रही हूं।