स्वाति मालीवाल ने अंकिता के लिए मांगा इंसाफ, बोली- देश की बेटियां बुलंदी से आवाज उठाएं
punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2022 - 05:40 PM (IST)
पूरे देश को झकझोर देने वाले अंकिता भंडारी हत्याकांड के दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग तेज होती जा रही है। बेटी की हत्या से गमगीन अंकिता का परिवार भी न्याय की मांग कर रहा है। इस बीच दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी इसे मुद्दे को उठाते हुए कई सवाल उठाए। स्वाति मालीवाल ने ट्वीट कर लिखा- ऋषिकेश के जिस रिज़ॉर्ट में #AnkitaBhandari काम करती थी उस रिज़ॉर्ट में काम करने वाले कर्मचारियों ने मीडिया में बयान दिए हैं कि वहाँ खुलकर ड्रग्स - जिस्मफरोशी होती था।
मेरे सवाल -
1. रिसोर्ट में कौन कौन आता था ?
2. किसकी मिलीभगत से चलता था ?
3. बुलडोज़र के नीचे क्या सबूत दबे ?
एक अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा-जिस दिन इस देश की सभी बेटियां इस बुलंदी से आवाज़ उठाना शुरू कर देंगी, देश अपने आप महिलाओं के लिए सुरक्षित हो जाएगा। वहीं इसी बीच अंकिता की मां सोनी देवी का कहना है कि उनके साथ अन्याय हुआ है, क्योंकि उन्हें अंकिता का मुंह भी नहीं देखने दिया गया। उन्होंने कहा- ‘‘रात को अंतिम संस्कार करने की क्या जरूरत थी। जब इतना रुक गए थे तो एक दिन और रुक जाते। सबसे बड़ा गुनाह तो सरकार ने यह किया कि मुझे अपनी बेटी का चेहरा भी नहीं देखने दिया।’’
सोनी देवी ने बताया कि उन्हें अस्पताल में रखा गया था और बेटी के अंतिम संस्कार की बात उन्हें तब पता चली जब उन्हें घाट चलने के लिए कहा गया। पहले ही कह दिया था कि अंतिम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक अंतिम संस्कार न किया जाए लेकिन सरकार ने जबरन अंतिम संस्कार कर दिया। उन्होंने बेटी की हत्या के आरोपियों के लिए फांसी की सजा की मांग करते हुए कहा कि उन्हें अपने बेटे की सुरक्षा की भी चिंता है क्योंकि आरोपी रसूखदार लोग हैं। सोनी देवी ने कहा, ‘‘आरोपियों को जिंदा रहने का हक नहीं है और जघन्य अपराध करने वालों को जिंदा जला दिया जाना चाहिए।’’
पौड़ी जिले के यमकेश्वर में गंगा भोगपुर स्थित वनतारा रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों के साथ मिलकर ऋषिकेश की चीला नहर में फेंककर हत्या कर दी थी। अंकिता का शनिवार को चीला नहर से शव बरामद किया गया था और रविवार शाम अलकनंदा के तट पर श्रीनगर में उसका अंतिम संस्कार किया गया था। किता भंडारी ताे चली गई लेकिन अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई। कहा जा रहा है कि उसका मर्डर पूरी प्लानिंग के साथ किया गया।