"मैं चाहता हूं कि हर जन्म मेरी किडनी खराब हो जाए..." प्रेमानंद महाराज जी ने क्यों कही ये बात ?
punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 09:43 AM (IST)
नारी डेस्क: संत प्रेमानंद महाराज इन दिनों लगातार अपने स्वस्थय को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। अपने विचारों और सीख को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले संत प्रेमानंद महाराज इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं। वह गंभीर बीमारी पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से जूझ रहे हैं। अब इसी बीच उन्होंने अपनी किडनी को लेकर ऐसी बात बोल दी, जिसे सुन फैंस चौंक गए।
देश-विदेश में फैले उनके भक्तगण महाराज के स्वास्थ्य लाभ के लिए लगातार प्रार्थनाएं कर रहे हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। हाल ही में, देश के प्रसिद्ध संत बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री प्रेमानंद महाराज से मिलने वृंदावन के ऐतिहासिक केली कुंज आश्रम पहुंचे थे। दोनों महान संतों की इस बहुप्रतीक्षित मुलाकात के दौरान बाबा बागेश्वर ने प्रेमानंद महाराज से अत्यंत श्रद्धापूर्वक कहा, -"आप बीमार नहीं हैं, यह तो आपकी लीला है।"
बाबा बागेश्वर के इन शब्दों को सुनकर प्रेमानंद महाराज जोर से हंस पड़े। उन्होंने कहा- “जब ईश्वर का चिंतन होता है, तब कोई भी प्रतिकूलता वास्तव में अनुकूल बन जाती है। मेरी किडनी की बीमारी ने मुझे वह सिखाया, जो वर्षों की साधना भी नहीं सिखा सकी। जब शरीर ने साथ छोड़ दिया, तब मुझे भीतर से अहसास हुआ कि अब सब ईश्वर पर छोड़ देना चाहिए।” महाराज जी ने आगे कहा- “अब मैं चाहता हूं कि हर जन्म में मेरी किडनी खराब हो जाए और मैं सदैव प्रिया-प्रीतम के प्रभाव में रहूं। जब इंसान किसी चीज के योग्य नहीं रह जाता तब ईश्वर उसका हाथ थाम लेते हैं।”
प्रेमानंद जी के इस वक्तव्य ने लाखों भक्तों की आंखें नम कर दीं। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने समर्पण किया तभी उनके भीतर का ‘अभ्यास का अहंकार’ समाप्त हुआ और वही क्षण उनके जीवन का सच्चा मोड़ था। उनका यह बयान भक्तों को सिखाता है कि जीवन की सबसे कठिन परिस्थितियों और शारीरिक कष्टों को भी ईश्वर के प्रति पूर्ण समर्पण और अटूट विश्वास के साथ स्वीकार किया जा सकता है। उनकी वाणी में ऐसी शक्ति है, जो लोगों को जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए आध्यात्मिक बल प्रदान करती है।

