वृंदावन के संत प्रेमानंद जी बोले-  होली पर शराब के नशे में नहीं, भगवान के नाम में मनाओ

punjabkesari.in Wednesday, Mar 12, 2025 - 11:28 AM (IST)

नारी डेस्क: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज ने इस बार होली के त्योहार पर विशेष संदेश दिया है। उन्होंने सभी भक्तों से अपील की है कि होली का आनंद नशे में डूबकर न लें, बल्कि इसे भगवान के नाम में और भक्ति के साथ मनाएं। उन्होंने कहा कि होली का असली उत्सव तब है जब हम एक-दूसरे पर गुलाल लगाकर, राम, कृष्ण, हरि के भजनों के साथ इस पर्व को मनाएं। नशे में डूबकर हम सिर्फ मूढ़ता को बढ़ाते हैं, जबकि भगवान के नाम में होली का असली आनंद है। प्रेमानंद जी महाराज ने लोगों से पवित्रता और भाईचारे के साथ होली मनाने की अपील की है।

देशभर में होली उत्सव की तैयारियां जोरों पर हैं और इस बार होली 13 और 14 मार्च को मनाई जाएगी। 13 मार्च को होलिका दहन होगा और अगले दिन रंगों का पर्व मनाया जाएगा। इस अवसर पर वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज ने होली को शांति और सौहार्द्र के साथ मनाने की अपील की है और नशे से बचने की सलाह दी है।

नशे में होली का उत्सव नहीं हो सकता आनंदमय

प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि होली पर नशा करने से उत्सव का माहौल बिगड़ जाता है। उन्होंने कहा, "जो लोग शराब पीते हैं और गंदी हरकतें करते हैं, एक-दूसरे पर कालिख पोतते हैं, वे हिरण्यकश्यप की पार्टी के सदस्य हैं।" उन्होंने इसे उदाहरण देते हुए कहा कि अगर ये लोग उत्सव मनाना चाहते हैं तो उन्हें नालियों में कीचड़ और गोबर से खेलना चाहिए, जैसे हिरण्यकश्यप की पार्टी करती है।

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साधुता के साथ होली मनाने का सही तरीका

महाराज ने आगे बताया कि असली होली वही है, जिसमें साधुता का पालन किया जाए। उन्होंने कहा, "साधु लोग एक-दूसरे पर गुलाल लगाते हैं, भगवान का नाम लेते हैं, राम, कृष्ण, हरि का भजन करते हैं और ठाकुरजी को मिठाई और गुजिया का भोग अर्पित करते हैं। यही असली होली है।"

होली पर प्रेम और भाईचारे की अपील

प्रेमानंद जी महाराज ने सभी देशवासियों से अपील करते हुए कहा, "हमारी प्रार्थना है कि इस होली पर कोई भी व्यसन न किया जाए। नशे में होली का आनंद नहीं होता, क्योंकि नशे में केवल मूढ़ता आती है और मूढ़ता में कभी आनंद नहीं होता। हम सब भाईचारे और प्रेम से होली मनाएं, और अगर किसी से दुश्मनी हो, तो होली के दिन उन्हें भी गुलाल लगाकर प्रेम से मिलें।"

पवित्र आचरण से होली मनाने की जरूरत

महाराज ने कहा कि कई लोग नशे में झगड़ा करते हैं, कपड़े फाड़ते हैं और निंदनीय हरकतें करते हैं। उन्होंने इन लोगों से आग्रह किया कि इस तरह की होली नहीं मनानी चाहिए। उनका कहना था, "हमें अपने आचरण और व्यवहार को पवित्र रखना चाहिए, ताकि हम सही मायने में होली का त्योहार मनाएं और दूसरों के दिलों में प्यार और शांति का संदेश फैलाएं।"
 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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