बारिश में हो सकता है शिशु को इंफेक्शन, Parents ऐसे करें नवजात का बचाव
punjabkesari.in Tuesday, Jul 05, 2022 - 11:34 AM (IST)
बदलता मौसम कई तरह की बीमारियां लेकर आता है। इस मौसम में बड़ों से लेकर बच्चे सारे बहुत ही जल्दी प्रभावित होते हैं। खासकर नवजात शिशुओं को इस मौसम में कई तरह के इंफेक्शन्स हो सकते हैं। शिशु की त्वचा बहुत ही सेंसिटिव होती हैं, जिसके कारण इस मौसम में बहुत ही जल्दी प्रभावित होती है। बारिश के मौसम में शिशु को कई तरह के इंफेक्शन होते हैं। तो चलिए जानते हैं उनके बारे मे...
बेबी एक्ने की समस्या
मानसून के मौसम में शिशु को फंगल इंफेक्शन के कारण बेबी एक्ने की समस्या हो सकती हैं। शिशु की त्वचा बहुत ही कोमल होती है, जिसके कारण यह समस्या उन्हें हो सकती है। बेबी एक्ने देखने में फुंसी जैसे होते हैं। इसके आसपास की त्वचा भी लाल हो जाती है। यह शिशु के माथे, पीठ और ठोड़ी पर हो सकते हैं।
स्कैल्प पर पापड़ी का जमना
इस मौसम में रुसी की बहुत समस्या होती है। शिशु को बाल ज्यादा न भी हो, फिर भी इंफेक्शन के कारण उनके स्कैल्प की त्वचा प्रभावित हो सकती है। शिशु के स्कैल्प पर पापड़ी भी जम सकती है। जिसे क्रेडल कैप कहा जाता है।
नैपी के कारण रैशेज
शिशु को बरसाती मौसम में नैपी रैशेज की समस्या भी हो सकती है। बच्चे को नम कपड़े पहनने के कारण, नम बिस्तर पर सुलाने का कारण या फिर नमी वाले कमरे में सुलाने के कारण भी नैपी रैशेज हो सकते हैं। इसके अलावा कई बार गीले हाथों से नैपी बदलने के कारण भी बच्चे को रैशेज हो सकते हैं। नैपी रैशेज भी फुंसी की तरह ही दिखाई देते हैं। जिसके कारण नैपी रैश वाले एरिया में बच्चे को जलन भी महसूस हो सकती है।
मच्छर काटने के कारण
बारिश के दिनों में वातावरण में मच्छर, कीड़े भी बढ़ जाते हैं। इन कीड़ों के कारण भी बच्चों की इंफेक्शन हो सकता है। मच्छर काटने से नवजात को स्किन में खुजली और रेडनेस भी हो सकती है।
ऐसे करें इंफेक्शन से बचाव
. आप बच्चों की स्किन पर माइल्ड मॉइश्चराइजर जरुर लगाएं।
. इंफेक्शन वाली जगह पर आप डॉक्टर की सलाह लेकर ही कोई क्रीम का इस्तेमाल करें।
. इंफेक्शन वाले हिस्से को ढक्कर रखने की बजाय उसे ड्राई रखने का प्रयास करें।
. आप नवजात को नहलाते समय ओटमील और गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
. नहलाने से 1 घंटा पहले आप नवजात के स्कैल्प पर ऑलिव ऑयल लगा दें। ऐसा करने से स्कैल्प का इंफेक्शन ठीक हो जाएगा।
. नवजात के चेहरे को गुनगुने पानी से धोएं। इंफेक्शन वाली जगह पर साबुन भी न लगाएं।
. इंफेक्शन को ठीक करने के लिए आप प्रभावित स्थान पर नारियल तेल लगा सकते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
. शिशु के सिर और स्किन को ड्राई रखें। इसके अलावा बच्चे को नमी वाले कमरे में भी न रखें।
. नवजात शिशु की स्किन को ड्राई रखने के लिए आप किसी खुशबू वाले पाउडर का इस्तेमाल भी न करें।
. शिशु को कॉटन की कपड़े ही पहनाएं। इस बात का भी ध्यान रखें कि कपड़े सूखे ही हों।
. इंफेक्शन से बचाने के लिए आप उसे स्तनपान भी जरुर करवाएं। इससे बच्चे की इम्यूनिटी भी बढ़ती और इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है।