खुदाई के दौरान मौत:10 महीने बाद भी नहीं मिला शव, परिवार ने आटे के सांचे से किया अंतिम संस्कार
punjabkesari.in Monday, Mar 10, 2025 - 02:55 PM (IST)

नारी डेस्क: पालघर के नवघर क्षेत्र में 35 वर्षीय राकेश यादव की खुदाई के दौरान दर्दनाक मौत हो गई थी, लेकिन उनका शव 10 महीने बाद भी नहीं मिला। राकेश का शव न मिलने के कारण, परिवार ने पंडित की सलाह पर आटे का सांचा बनवाकर उसका अंतिम संस्कार किया। हालांकि, परिवार अब भी उनके शव और डेथ सर्टिफिकेट का इंतजार कर रहा है, क्योंकि प्रशासन ने तलाशी अभियान बंद कर दिया था, लेकिन अब तक राकेश को आधिकारिक रूप से मृत घोषित नहीं किया गया है।
मौत का हादसा
29 मई 2024 को राकेश यादव और उनकी खुदाई की मशीन अचानक 60 फीट गहरे गड्ढे में समा गए थे। इसके बाद कंक्रीट की दीवार भी गिर गई, जिससे राकेश मलबे में दब गए। वह मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण की सूर्या क्षेत्रीय जल आपूर्ति योजना का हिस्सा थे। राकेश की मौत के बाद राष्ट्रीय आपदा राहत बल, वसई विरार नगर निगम के दमकलकर्मी और भारतीय सेना की 269 इंजीनियर रेजिमेंट ने मौके पर खोज अभियान शुरू किया, लेकिन उनका शव नहीं मिल पाया।
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— Nari (@NariKesari) March 10, 2025
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परिवार का दुख और आटे का सांचा
राकेश के परिवार के लिए यह समय बेहद कठिन था, क्योंकि उनका शव नहीं मिल पाया था। 10 महीने बाद, पंडित की सलाह पर राकेश के पिता बालचंद्र ने आटे से उनके शरीर का सांचा बनवाया, उस पर उनकी तस्वीर लगाई और फिर रीति-रिवाजों के साथ उनका अंतिम संस्कार किया। इस घटना ने राकेश के परिवार को मानसिक और भावनात्मक रूप से बहुत प्रभावित किया।
अभी भी शव और मृत्यु प्रमाण पत्र का इंतजार
हालांकि, प्रशासन ने दुर्घटना के चार महीने बाद तलाशी अभियान बंद कर दिया था, लेकिन राकेश का शव और मृत्यु प्रमाण पत्र अभी तक परिवार को नहीं मिल पाया है। उनकी पत्नी ने बताया कि इस घटना के बाद दो महीने तक वह उस स्थान पर ही रहे, जहां यह हादसा हुआ था। परिवार अब भी इंतजार कर रहा है कि कब राकेश का शव मिलेगा और कब उन्हें आधिकारिक रूप से मृत्यु प्रमाण पत्र मिलेगा।