पाकिस्तान ने ट्रेन हाईजैक का आरोप भारत पर लगाया, पीएम सलाहकार ने उगला जहर!
punjabkesari.in Wednesday, Mar 12, 2025 - 05:49 PM (IST)

नारी डेस्क: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में 11 मार्च को एक बड़ी घटना घटी, जब बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) नाम के संगठन ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया। यह ट्रेन 400 से अधिक यात्रियों को लेकर क्वेटा से पेशावर जा रही थी। बीएलए ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया, जिसमें बताया गया कि बोलन जिले में उनके लड़ाकों ने रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया और जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक कर लिया। इस घटना ने पाकिस्तान सरकार की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि अभी तक पाकिस्तान की सेना सभी बंधकों को बचा नहीं पाई है।
भारत पर बिना सबूत के आरोप
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने इस मामले में भारत पर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बिना किसी ठोस सबूत के कहा कि बलूच विद्रोहियों को भारत का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भारत अफगानिस्तान में बैठकर बलूच विद्रोहियों की मदद कर रहा है। राणा सनाउल्लाह ने कहा, "भारत ही इन विद्रोहियों की मदद कर रहा है और अफगानिस्तान में उन्हें पनाह मिल रही है।" उन्होंने अफगानिस्तान को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने यह मदद बंद नहीं की तो पाकिस्तान कार्रवाई करेगा।
کیا ٹی ٹی پی کے خوارج اور بی ایل اے کے دہشتگردوں کے آپس میں nexus ہیں ؟ عادل شاہ زیب
— Adil Shahzeb (@adilshahzeb) March 11, 2025
جی ان دونوں کی backing انڈیا کر رہا ہے اور ان کو افغانستان جیسی safe heaven دستیاب ہے۔ افغانستان میں ان کو کمین گاہیں دستیاب ہونے سے ان کی کاروائیوں میں اضافہ ہوا ہے ۔ یہ کمین گاہیں طالبان کے… pic.twitter.com/HTAXd1IUMi
अफगानिस्तान पर भी आरोप
राणा सनाउल्लाह ने भारत के साथ-साथ अफगानिस्तान पर भी आरोप लगाए। उनका कहना था कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान में बलूच विद्रोहियों को घात लगाने की सुविधाएं मिल गई हैं और वे अपनी कारवाइयों को ज्यादा बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अफगान सरकार से इन गतिविधियों को बंद करने के लिए कहा है, और अगर वे नहीं मानते तो पाकिस्तान इन विद्रोहियों को निशाना बना सकता है।
पाकिस्तान की सुरक्षा की नाकामी
इस घटना के 24 घंटे बाद भी, पाकिस्तान केवल 155 बंधकों को ही रिहा कर पाया है, जबकि बाकी बंधक अब भी आतंकियों के कब्जे में हैं। पाकिस्तान की सेना और बीएलए के बीच मुठभेड़ जारी है, लेकिन सेना की रणनीति काफी सतर्कतापूर्वक की जा रही है क्योंकि विद्रोही आत्मघाती हमलावरों के रूप में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह घटना पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था की नाकामी को उजागर करती है।
बीएलए की मांगें
जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक करने के बाद बीएलए ने पाकिस्तान सरकार के सामने अपनी मांगें रखीं। उन्होंने पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। बीएलए की प्रमुख मांग है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की किसी भी सुरक्षा एजेंसी का कोई भी सदस्य न हो और CPEC (चाइना पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर) प्रोजेक्ट को बंद किया जाए, क्योंकि इससे बलूचों के खनिजों का दोहन हो रहा है। इसके अलावा, बीएलए ने यह भी मांग की है कि बलूचिस्तान के जेलों में बंद सभी नेताओं को जल्द से जल्द रिहा किया जाए।
स्वतंत्र बलूचिस्तान
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) एक अलगाववादी संगठन है जो बलूचिस्तान को पाकिस्तान से स्वतंत्र करने की मांग कर रहा है। यह संगठन 2000 के आस-पास स्थापित हुआ था और तब से यह पाकिस्तान की सेना और चीन के प्रोजेक्ट्स को निशाना बना रहा है। बीएलए ने कई बार पाकिस्तान के सैनिकों और चीनी इंजीनियरों पर हमले किए हैं। अमेरिका, ब्रिटेन और कई पश्चिमी देशों ने बीएलए पर प्रतिबंध भी लगाया हुआ है।
जाफर एक्सप्रेस ट्रेन हाईजैक की घटना ने पाकिस्तान की सुरक्षा की गंभीर खामियों को उजागर किया है। पाकिस्तान सरकार अपनी असफलता को छुपाने के लिए भारत और अफगानिस्तान पर आरोप लगा रही है, जबकि बीएलए अपनी मांगों को लेकर पाकिस्तान सरकार को चेतावनी दे रहा है। इस घटनाक्रम से यह साफ है कि पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से विचार करने की जरूरत है।