Salute Corona Warrior: मूक बधिर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए घंटो मेहनत कर नर्स स्वाति ने सीखी साइन लैंग्वेज
punjabkesari.in Wednesday, May 12, 2021 - 01:45 PM (IST)
आज international Nurse’s day है। कोरोना काल में जिस तरह पूरी दुनिया की नर्सेस ने एक बहादुर योद्धाओं की तरह मरीज़ों की सेवा की है वह वाकई काबिले तारीफ हैं। इनमें से एक ऐसी ही नर्स है स्वाति। जिन्होंने मूक-बधिर मरीज़ों के इलाज़ के लिए खुद साइन लैंग्वेज सीखी ताकि वह मरीज़ों के इलाज के समय उनसे आसानी से उन्हीं की भाषा में बात कर सकें।
बतां दें कि स्वाति इस समय छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रेलवे अस्पताल में ड्यूटी कर रही हैं। यहां कोविड वार्ड में कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।
वहीं इस अस्पताल में कुछ मरीज ऐसे भी हैं जो मूक-बधिर हैं। ऐसे में स्वाति ने उन मरीजों से बात करने के लिए साइन लैंग्वेज सीख ली। स्वाति का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है। रेलवे ने भी ट्वीट कर स्वाति की तारीफ की है।
स्वाति ने अपने वार्ड में भर्ती मूक बधिर मरीजों के इलाज के दौरान महसूस किया कि वो उनसे बातचीत नहीं कर पाती। जिस वजह से उन्होंने ऑनलाइन जाकर घंटों कड़ी मेहनत कर साइन लैंग्वेज को सीखा और फिर मरीजों के साथ बातचीत कर उनकी तकलीफ को समझते हुए बेहतर इलाज करने की कोशिश की। स्वाति के इस जज्बें को देख मूक बधिर मरीज बहुत खुश हुए इतना ही नहीं रेलवे ने भी स्वाति के इस प्रयास की सराहना की है।
सोशल मीडिया पर नर्स स्वाति का वीडियो शेयर करते हुए रेलवे ने लिखा कि, मानवीय संवेदना के साथ-साथ कर्तव्य परायणता का अनूठा उदाहरण! बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के रेलवे अस्पताल में कोरोना पीड़ित मूक बधिर मरीज के लिए नर्स सुश्री स्वाति ने साइन लैंग्वेज सीखी है ताकि मरीजों की बातों को आसानी से समझा जा सके और उनकी मदद की जा सके।
मानवीय संवेदना के साथ साथ कर्तव्य परायणता का अनूठा उदाहरण!
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) May 10, 2021
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ के रेलवे अस्पताल में कोरोना पीड़ित मूक बधिर मरीज के लिए नर्स सुश्री स्वाति ने साइन लैंग्वेज सीखी है, ताकि मरीजों की बातों को आसानी से समझा जा सके और उनकी मदद की जा सके। pic.twitter.com/jJAoVr6C9V