अब आया नियोकोव नाम का एक और खतरनाक वायरस, ले रहा हर 3 में से 1 मरीज की जान
punjabkesari.in Friday, Jan 28, 2022 - 05:21 PM (IST)
कोरोना जैसी घातक बीमारी के जल्द से जल्द खत्म होने की उम्मीद लगाई बैठी दुनिया के हाथ एक बार फिर निराशा ही लगी। क्योंकि ओमिक्रॉन वैरिएंट के संकट के बीच कोरोना के एक और खतरनाक वायरस की पहचान हुई है। चिंता की बात यह है कि इस वायरस के चलते 3 में से 1 मरीज की मौत की आशंका जताई जा रही है।
दक्षिण अफ्रीका में मिला नया वैरिएंट
दक्षिण अफ्रीका में मिले नए वैरिएंट नियोकोव (Neokov) बताया जा रहा है। चीन के वुहान के वैज्ञानिकों की मानें तो यह पिछले सभी वैरिएंट से अधिक घातक हो सकता है। नियोकोव की संक्रमण और मृत्यु दर बाकी वैरिएंट से कहीं अधिक हैं। दावा किया जा रहा है कि इसके संक्रमित हर तीन व्यक्तियों में से एक की जान जा सकती है।
चमगादड़ में खोजा गया यह वायरस
रूस की न्यूज एजेंसी स्पूतनिक ने इसे पुराना वैरिएंट बताया है। यह कोरोना वैरिएंट मर्स कोव वायरस से जुड़ा माना जा रहा है। इसके मरीज 2012 और 2015 में पश्चिम एशियाई देशों में मिले थे। बताया जा रहा है कि दक्षिण अफ्रीका में एक चमगादड़ में खोजा गया यह वायरस सिर्फ जानवरों के बीच फैलने के लिए जाना जाता था। वुहान यूनिवर्सिटी और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेस, इंस्टीट्यूट ऑफ बायो फिजिक्स के वैज्ञानिकों का कहना है कि Neokov न केवल तेजी से फैलता है बल्कि हर 3 में से एक मरीज की जान ले लेता है।
ओमिक्रॉन भी है बेहद खतरनाक
दावा किया जा रहा है कि यह वायरस इन्सानों में तेजी से फैल सकता है। 'SARS-CoV-2 या MERS-CoV के इलाज के लिए इस्तेमाल की जा रही एंटीबॉडी भी इस संक्रमण पर बेअसर साबित हो रही है। हाल में ओमिक्रॉन का सब-स्ट्रेन (BA.2) सामने आया है। ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट से इसलिए भी ज्यादा खतरा है, क्योंकि यह RT-PCR टेस्ट में भी पकड़ में नहीं आ रहा है।