खून की कमी के 5 खतरनाक संकेत, इन्हें हल्के में लेना पड़ सकता है भारी
punjabkesari.in Saturday, May 03, 2025 - 11:16 AM (IST)

नारी डेस्क: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी, अनियमित खानपान और तनाव भरे जीवनशैली के कारण बहुत से लोग खून की कमी (एनीमिया) का शिकार हो रहे हैं। आमतौर पर लोग खून की कमी को सिर्फ "शरीर का पीला पड़ना" मानते हैं, लेकिन इससे जुड़े और भी कई लक्षण होते हैं जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। अगर समय रहते इन संकेतों को पहचान लिया जाए, तो इससे होने वाली जटिलताओं से बचा जा सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि खून की कमी के वो 5 अहम लक्षण कौन-से हैं जिन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए, और इससे जुड़ी जरूरी बातें क्या हैं।
थकान और कमजोरी – हर समय थका-थका महसूस होना
खून की कमी होने पर शरीर की कोशिकाओं को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इसके कारण व्यक्ति को हमेशा थकावट महसूस होती है, भले ही वह अधिक मेहनत न करे। सुबह उठने के बाद भी सुस्ती लगना सीढ़ियां। चढ़ते ही सांस फूलना थोड़े काम में ही थक जाना। ये सभी संकेत हो सकते हैं कि आपके शरीर में आयरन या हेमोग्लोबिन की कमी है।
चक्कर आना और सिर दर्द – ऑक्सीजन की कमी का सीधा असर
खून की कमी के कारण जब मस्तिष्क तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंचती, तो व्यक्ति को अक्सर चक्कर आने लगते हैं। इसके साथ ही सिरदर्द भी बना रहता है। अचानक खड़े होने पर चक्कर आ जाना। सिर में भारीपन महसूस होना। ध्यान केंद्रित न कर पाना। अगर यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो यह संकेत हो सकता है कि खून की मात्रा कम हो रही है।
दिल की धड़कन का तेज़ होना – हृदय पर बढ़ता है दबाव
जब शरीर में खून की कमी होती है, तो दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है ताकि शरीर के अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचा सके। इससे दिल की धड़कन तेज़ हो सकती है। बिना कारण हृदय की गति का बढ़ जाना। हल्की गतिविधि में भी सीने में घबराहट होना। सोते समय भी धड़कन महसूस होना। ये संकेत दर्शाते हैं कि शरीर में आयरन की कमी हो सकती है।
त्वचा और नाखूनों का रंग बदलना – पीला या फीका पड़ना
हालांकि त्वचा का पीला पड़ना खून की कमी का सबसे आम लक्षण है, लेकिन इसके अलावा नाखूनों और होंठों का रंग भी बदल सकता है। होंठ नीले या सफेद पड़ना। नाखूनों का सफेद और भंगुर होना। आंखों के नीचे काले घेरे और पीलापन। ये लक्षण यह दिखाते हैं कि आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल रहे।
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सांस लेने में तकलीफ – थोड़े चलने पर भी लगे दम फूलने जैसा
खून की कमी से शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई घट जाती है, जिससे फेफड़े ज्यादा मेहनत करने लगते हैं और सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। हल्का वॉक करते ही सांस फूलना। बात करते-करते थक जाना। गहरी सांस लेने में तकलीफ। यदि यह परेशानी बार-बार हो रही है, तो डॉक्टर से चेकअप ज़रूर करवाना चाहिए।
खून की कमी क्यों होती है? (कारण)
आयरन, फोलिक एसिड या विटामिन B12 की कमी
अनियमित और पौष्टिकता से रहित भोजन
महिलाओं में भारी मासिक धर्म
आंतों में खून की कमी या कोई बीमारी
प्रेग्नेंसी के दौरान पोषण की कमी
क्या करें? –
अगर आपको ऊपर बताए गए लक्षण नजर आ रहे हैं, तो घबराएं नहीं। समय रहते इलाज और सुधार करने से खून की कमी को ठीक किया जा सकता है।
आयरन युक्त भोजन खाएं – पालक, चुकंदर, अनार, सेब, दालें
विटामिन C लें – यह आयरन के अवशोषण में मदद करता है
नियमित जांच करवाएं – हेमोग्लोबिन लेवल चेक कराते रहें,डॉक्टर की सलाह पर आयरन की गोलियां या सिरप लें
ज्यादा पानी पिएं और तनाव कम करें
खून की कमी एक आम लेकिन गंभीर समस्या है, जिसे अगर समय पर पहचाना और सुधारा जाए तो यह आसानी से ठीक हो सकती है। सिर्फ चेहरे का रंग देखकर अंदाजा लगाना काफी नहीं होता। ऊपर बताए गए लक्षणों को नजरअंदाज ना करें, और जरूरत पड़ने पर जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
स्वस्थ शरीर और तेज़ दिमाग के लिए खून की मात्रा का सही होना बेहद जरूरी है।