कैंसर मरीजों के लिए खुशखबरी! नई वेक्सीन को मिली बड़ी सफलता, नहीं गंवानी पड़ेगी जान
punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 07:51 PM (IST)

नारी डेस्क : कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के खिलाफ एक बड़ी सफलता मिली है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के वैज्ञानिकों ने एक नई mRNA वैक्सीन तैयार की है, जो चूहों में कैंसर ट्यूमर को पूरी तरह खत्म करने में कामयाब रही है। यह वैक्सीन शरीर की इम्यून सिस्टम को इतना मजबूत बनाती है कि वह खुद कैंसर कोशिकाओं को पहचानकर नष्ट कर देती है।
क्या है इस वैक्सीन की खासियत?
यह वैक्सीन किसी एक प्रकार के कैंसर को टारगेट नहीं करती, बल्कि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता (Immune System) को इस तरह तैयार करती है कि वह खुद कैंसर कोशिकाओं की पहचान कर उन्हें नष्ट कर सके। वैज्ञानिकों के अनुसार, यह वैक्सीन शरीर को ऐसे एक्टिव करती है जैसे उसे किसी वायरस से लड़ना हो।
कैसे करता है यह टीका काम?
यह mRNA वैक्सीन शरीर में PD-L1 नामक प्रोटीन की सक्रियता को बढ़ाती है, जिससे कैंसर कोशिकाएं इम्यूनोथेरपी दवाओं के लिए आसान निशाना बन जाती हैं। जब इस वैक्सीन को पारंपरिक कैंसर दवाओं के साथ मिलाकर चूहों को दिया गया, तो ट्यूमर तेजी से सिकुड़ा और अंततः पूरी तरह खत्म हो गया। इसका असर शरीर की इम्यून सिस्टम को कैंसर के खिलाफ एक मजबूत लड़ाकू बना देने जैसा है।
कैंसर वैक्सीन में अब तक की सोच से अलग दिशा
कैंसर वैक्सीन को लेकर अब तक की रणनीति दो प्रमुख तरीकों पर आधारित रही है। पहला, किसी एक सामान्य कैंसर-प्रोटीन को टारगेट करना, और दूसरा, हर मरीज के ट्यूमर के हिसाब से व्यक्तिगत वैक्सीन तैयार करना। लेकिन यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की यह नई mRNA वैक्सीन इन दोनों तरीकों से अलग सोच पर आधारित है। यह शरीर की पूरी प्रतिरक्षा प्रणाली को इस तरह सक्रिय करती है कि वह विभिन्न प्रकार के कैंसर को पहचानकर उन पर असरदार हमला कर सके। इस वजह से यह वैक्सीन भविष्य में एक ऐसी यूनिवर्सल कैंसर वैक्सीन बन सकती है, जो कई तरह के कैंसर के खिलाफ एकसाथ काम करने में सक्षम हो।
वैज्ञानिकों की उम्मीदें और अगला कदम
शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि यह वैक्सीन इंसानों में भी इसी तरह कारगर साबित होती है, तो यह चिकित्सा विज्ञान की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक होगी। वर्तमान में यह रिसर्च चूहों पर सीमित है, लेकिन निकट भविष्य में इसका क्लिनिकल ट्रायल इंसानों पर भी किया जा सकता है।
भारत और विश्व के लिए क्या मायने हैं?
भारत सहित कई देशों में कैंसर मृत्यु का एक बड़ा कारण बना हुआ है। ऐसे में यह वैक्सीन एक बड़ी राहत और नई उम्मीद बनकर सामने आई है। यदि यह तकनीक सफल रही, तो आने वाले वर्षों में कैंसर का इलाज महंगा और पीड़ादायक न होकर, एक सरल और प्रभावशाली टीके के रूप में उपलब्ध हो सकता है।
कैंसर से लड़ाई में यह एक ऐतिहासिक मोड़ हो सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा की यह खोज यह संकेत देती है कि विज्ञान कैंसर जैसी घातक बीमारी को हराने की दिशा में बहुत आगे बढ़ चुका है। अब बस इंसानी ट्रायल की सफलता का इंतजार है और शायद वह दिन दूर नहीं जब कैंसर भी मलेरिया या पोलियो की तरह अतीत की बीमारी बन जाए।