ऐसे लोगों में कोरोना से मरने की संभावना अधिक, आज ही छोड़ें अपनी यह आदत
punjabkesari.in Wednesday, Jan 27, 2021 - 11:21 AM (IST)
कोरोना वायरस का कहर अभी भी खत्म नहीं हुआ है। इस वायरस की रोकथाम के लिए लगातार काम किए जा रहे हैं। लोगों को इसकी वैक्सीन भी दी जा रही है लेकिन वैक्सीन से भी लोगों में कुछ साइड इफैक्ट दिखाई दे रहे हैं। विदेशों के साथ-साथ भारत में भी इसकी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस वायरस की शुरूआत में विशेषज्ञों ने पहले ही कह दिया था कि इससे उन लोगों को अधिक खतरा है जिनके फेफड़े कमजोर हैं या फिर जो धूम्रपान करते हैं। हाल ही में इसी पर एक और शोध सामने आया है।
धूम्रपान करने वालों में मौत का खतरा ज्यादा
हाल ही में इस पर हुए एक शोध की मानें तो धूम्रपान करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इतना ही नहीं यह फेफड़ों के कैंसर का कारण भी बन सकता है। शोधकर्ताओं की मानें तो धूम्रपान करने वालों में कोरोना संक्रमण से मरने की संभावना भी 89 फीसद तक बढ़ जाती है।
कोरोना के प्रभाव को बदतर बनाता है धूम्रपान
आपको बता दें कि इससे पहले हुए शोध में भी वैज्ञानिक यह बात साफ कर चुके हैं कि धूम्रपान करने से कोरोना का प्रभाव और बदतर हो जाता है। और अगर आप धूम्रपान करते हैं तो इसे आज से ही छोड़ दें क्योंकि इसे छोड़ना ही सही फैसला है। ऐसा इसलिए क्योंकि लोग धूम्रपान की इस आदत को नहीं छोड़ते हैं तो उस व्यक्ति के लिए कोरोना और बुरा बन सकता है।
धूम्रपान से होने वाली बीमारियां
1. फेफड़ों का कैंसर हो सकता है
2. सांस लेने में दिक्कत होना
3. निमोनिया होने का खतरा
4. कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाना
5. दिल के दौरे का जोखिम बढ़ जाना
6. पैरों की नसों में थक्के जम जाना
7. दिमाग का दौरा पड़ना
8. बढ़ता है मधुमेह का खतरा
शोध में सामने आई यह बात
आपको बता दें कि शोध में यह बात भी सामने आई है कि अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों में वो लोग ज्यादा थे जिन्होंने 30 साल से अधिक तक धूम्रपान किया है। धूम्रपान करना तो हमारे शरीर के लिए काफी खतरनाक है अगर ऐसे में आप कोरोना काल में अपनी इस आदत को नहीं छोड़ पा रहे हैं तो आज ही सावधान हो जाइए क्योंकि ऐसे लोगों में कोरोना का असर और कोरोना से होने वाली मौतों का अधिक असर दिखाई दे रहा है।
कोरोना से लड़ना हो जाता है मुश्किल
वहीं शोध में यह बात भी सामने आई कि धूम्रपान करने वाले लोगों में मौत का आंकड़ा तो बढ़ता ही है और साथ ही में कोरोना के खिलाफ लड़ना भी मुश्किल हो जाता है। कईं बार तो मामले इतने गंभीर हो जाते हैं कि लोगों की मौत तक हो जाती है।