वैष्णो देवी यात्रा को लेकर आया नया अपडेट, श्राइन बोर्ड ने  ऑनलाइन और ऑफलाइन सभी बुकिंग की रद्द

punjabkesari.in Monday, Sep 01, 2025 - 09:02 AM (IST)

नारी डेस्क:  उत्तर रेलवे ने रविवार को जम्मू स्टेशन से तीन विशेष ट्रेनें चलाईं, जिनमें 1,500 से ज़्यादा फंसे हुए यात्रियों को उनके अगले गंतव्य तक पहुंचाया गया। इस क्षेत्र में छठे दिन भी रेल यातायात सामान्य रूप से निलंबित रहा। उत्तर रेलवे ने सोमवार को जम्मू और कटरा स्टेशनों से आने-जाने वाली 54 ट्रेनों को रद्द करने की भी घोषणा की। इसी बीच   श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने नई जानकारी साझा की है।


श्राइन बोर्ड ने दिया नया अपडेट

बोर्ड ने घोषणा की है कि हेलीकॉप्टर सेवाओं (कटरा से भवन), रोपवे (भवन से भैरों घाटी), होटलों और अन्य सेवाओं की सभी बुकिंग यात्रा स्थगित रहने तक 100% रिफंड के साथ रद्द कर दी गई हैं।  श्राइन बोर्ड ने कहा कि तीर्थयात्री अपनी यात्रा रद्द करने का अनुरोध विस्तृत जानकारी के साथ refund@maavaishnodevi.net पर भेज सकते हैं। किसी भी प्रश्न के लिए, SMVDSB कॉल सेंटर @ 18001807212/ +91 9906019494 पर संपर्क करें।


फंसे हुए यात्रियों को लेकर चलाई स्पेशल ट्रेनें 

अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता जाने वाली विशेष ट्रेन दोपहर 2 बजे जम्मू से लगभग 450-500 यात्रियों को लेकर रवाना हुई। इसी तरह, चेन्नई जाने वाली ट्रेन शाम 4 बजे 400 से ज़्यादा यात्रियों को लेकर रवाना हुई और तीसरी ट्रेन शाम 6 बजे 600-650 यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुई। रेलवे पुलिस और नागरिक प्रशासन ने फंसे हुए यात्रियों की सहायता के लिए जम्मू रेलवे स्टेशन पर एक समर्पित हेल्प डेस्क स्थापित किया है। उत्तर रेलवे के जम्मू डिवीजन ने रद्द ट्रेनों की सूची जारी कर दी है। कई जगहों पर रेल लाइन के गलत संरेखण और दरारों के कारण कठुआ और उधमपुर के बीच रेल यातायात बाधित हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप ट्रेनें रद्द हुई हैं। 


भूस्खलन में 34 लोगों की गई जान

हालांकि, अधिकारी ने बताया कि कटरा-श्रीनगर-कटरा ट्रैक पर ट्रेन सेवा चालू है। पीटीआई एबी 26 अगस्त से जम्मू क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के कारण बड़ी संख्या में लोग, खासकर तीर्थयात्री, फंसे हुए हैं जिससे रेल और सड़क यातायात बुरी तरह बाधित हुआ है। कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर के पास हुए भूस्खलन में 34 लोगों की जान चली गई। 27 अगस्त को जम्मू क्षेत्र में 1910 के बाद से सबसे भारी 380 मिमी बारिश दर्ज की गई। 


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vasudha

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