गणेश चतुर्थी पर भूलकर भी न करें ये काम, नाराज हो जाएंगे विघ्नहर्ता
punjabkesari.in Friday, Aug 26, 2022 - 04:44 PM (IST)
हिंदू धर्म में भगवान गणेश जी को सब देवताओं में से श्रेष्ठ माना जाता है। हर साल गणेश महोत्सव यानी की गणेश चतुर्थी भी बहुत ही धुमधाम से मनाई जाती है। इस बार गणेश चतुर्थी 31 अगस्त को मनाई जाएगी। 31 अगस्त को गणेश जी की घर में स्थापना की जाएगी। इन 10 दिनों में पूरे विधि-विधान के साथ विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा की जाती है। गणेश महोत्सव में हर कोई बप्पा को प्रसन्न करने के लिए कई प्रयास करता है ताकि बप्पा उनके जीवन की सारी समस्याएं दूर कर सकें। यदि आप भी चाहते हैं कि गणेश जी की आप पर कृपा हमेशा बनी रहे तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें। गणेश स्थापना के बाद यह गलतियां बिल्कुल भी न करें।
न खाएं प्याज लहसुन
यदि आप बप्पा की मूर्ति घर में स्थापित करने वाले हैं तो इस दौरान बिल्कुल सात्विक भोजन का सेवन करें। प्याज-लहसुन का इस्तेमाल भी न करें। अपने विचारों को सात्विक रखें। ब्रह्मचर्य का पालन करें।
न चढ़ाएं तुलसी
हिंदु धर्म में तुलसी को भी बहुत ही मान्यता दी गई है। लेकिन बप्पा की पूजा के लिए इसका इस्तेमाल नहीं किया जाता। पौराणिक कथाओं के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि तुलसी जी ने गणेश जी को गजमुख और लंबोदर कहा था। जिसके बाद गणेश जी ने उनसे शादी करने के लिए भी मना कर दिया था। इससे क्रोधित होकर मां तुलसी ने भगवान गणेश जी को दो विवाह करने का भी श्राप दिया था। इसके बाद गणेश जी ने भी तुलसी का विवाह एक राक्षस के साथ होने का श्राप दिया था। इसलिए तुलसी का प्रयोग गणेश जी की पूजा के लिए नहीं किया जाता।
बप्पा को न छोड़ें अकेला
मान्यताओं के अनुसार, गणेश जी को घर में स्थापित करने के बाद उन्हें कभी भी अकेला न छोड़ें। हर समय उनके पास किसी न किसी को जरुर रखें। इस दौरान बिल्कुल सात्विक भोजन का सेवन करें। 10 दिनों तक मांस और मदिरा का भी बिल्कुल सेवन न करें।
अंधेरे में ना करें दर्शन
जहां पर आप गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं वहां पर कभी भी अंधेरा नहीं होना चाहिए। यदि मूर्ति के आस-पास अंधेरा है तो उसे स्पर्श न करें। अंधेरे में गणेश जी की प्रतिमा को हाथ लगाना अशुभ माना जाता है।
न देंखे चंद्रमा
गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा भी नहीं देखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि चतुर्थी के दिन चंद्रमा नहीं देखना चाहिए। इस दिन चंद्रमा देखने से व्यक्ति पर कलंक लगता है। माना जाता है जो व्यक्ति चतुर्थी के दिन चंद्रमा देखता है उस पर चोरी का इल्जाम लगता है और सारे समाज में ऐसे व्यक्ति का अपमान भी होता है।