11 साल बाद मां बनी एक्ट्रेस की प्रेग्नेंसी में हुई कॉम्प्लिकेशन्स, जान लें क्या होते हैं प्री-मैच्योर डिलीवरी के संकेत
punjabkesari.in Saturday, Apr 08, 2023 - 01:21 PM (IST)
मां बनने का एहसास बेहद ही खूबसूरत है। शादी के बाद हर महिला चाहती हैं कि जल्द से जल्द उसकी गोद भर जाए। कुछ महिलाओं की यह इच्छा बहुत जल्दी पूरी हो जाती है तो वहीं कुछ को बहुत लंबा इंतजार करना पड़ता है। फेमस टीवी एक्ट्रेस नेहा मर्दा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ , शादी के 11 साल के बाद उनके घर खुशियां आई हैं। उन्होंने एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया है।
नेहा की प्रेग्नेंसी में कॉप्लीकेशन की बात सामने आई है, जिसके चलते उनकी प्री-मेच्योर डिलीवरी हुई है।उन्होंने डिलीवरी से पहले अस्पताल के बेड से अपनी दो तस्वीरें भी शेयर की थी, जिसमें वह ट्रीटमेंट करवाती नजर आ रही हैं। डिलीवरी के बाद उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि- प्रेग्नेंसी होने के तुरंत बाद से मेरा बीपी आसामन्य रहने लगा था, जिसे लेकर मुझे कई परेशानियों का सामना करना पड़ा।
नेहा ने बताया कि "डॉक्टर ने उन्हें पहले ही तैयार कर रखा था, डिलीवरी के दौरान भी कई दिक्कतें आई लेकिन अब सब कुछ ठीक है"। बताया जा रहा है कि कुछ कॉप्लीकेशन के चलते उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। उन्होंने यह भी बताया है कि उन्हें एक खूबसूरत बेटी का आशीर्वाद मिला है। प्री-मैच्योरी डिलीवरी होने के चलते वह दोनों अस्पताल में हैं, जल्द ही उन्हें छुट्टी मिल सकती है।
नेहा ने अपनी खुशी बयां करते हुए कहा- "मुझे अभी अपने बच्चे को गोद में लेना है और उसे प्यार से देखना है। प्री-मैच्योर बेबी होने के कारण उसे एनआईसीयू में ले जाने से पहले वह कुछ समय के लिए मेरे साथ थी। वह कमजोर है, उसका कुछ वजन बढ़ाना होगा.”। नेहा ने 2012 में पटना के बिजनेसमैन आयुष्मान के साथ शादी की है। यह एक अरेंज मैरिज थी और इस कपल ने हाल ही में शादी के 10 साल पूरे किए।
प्रीमेच्योर डिलीवरी के ये होते हैं संकेत
-पीठ के निचले हिस्से में आपको समय से पहले डिलीवरी के कारण दर्द होना शुरू हो सकता है।
-मासिक धर्म के दौरान पेट में होने वाली ऐंठन जैसा महसूस होने लगता है।
-प्रीमेच्योर डिलीवरी से पहले पेट में संकुचन की समस्या हो सकती है।
-इसकी वजह से आपको हर 10 मिनट पर संकुचन और पेट में हल्का दर्द महसूस हो सकता है।
-प्रेग्नेंसी में उल्टी और मतली की समस्या सामान्य होती है लेकिन इस स्थिति में आपको गंभीर रूप से उल्टी और मतली महसूस हो सकती है।
इन संकेतों के दिखने पर आपको तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। प्रीटर्म या प्रीमेच्योर डिलीवरी कई मायनों में हानिकारक होती है।
इस तरह से टाल सकते हैं प्रीमेच्योर डिलीवरी का खतरा
-अपने सभी टेस्ट और स्क्रीनिंग समय पर कराएं और डॉक्टर के साथ कंसल्टेशन सेशन्स को किसी हाल में मिस ना करें।
-प्रेगनेंसी के दौरान सिगरेट ना पीएं और शराब का सेवन ना करें।
-प्रेग्नेंसी की शुरुआत से ही कुछ मिनट धूप में बैठने पर महिलाओं की कोख में ब्लड का सर्कुलेशन बेहतर होता है।
-गर्भावस्था के दौरान डिप्रेशन व किसी भी तरह की चिंता से दूर रहें। दिमाग में कोई चिंता है, तो इसे दूर करने के लिए किताबें पढ़ें, गाने सुनें।