ज्योति के बाद अब नौसेना का विशाल यादव जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, पाकिस्तान की ‘प्रिया’ से जुड़े गंभीर आरोप
punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 02:48 PM (IST)

नारी डेस्क: दिल्ली में स्थित भारतीय नौसेना के मुख्यालय में तैनात एक कर्मचारी को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी का नाम विशाल यादव है जो हरियाणा का रहने वाला है और नौसेना में क्लर्क के पद पर कार्यरत था। खबरों के मुताबिक विशाल यादव ने नौसेना की गुप्त जानकारियां और अन्य रक्षा इकाइयों से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को लीक किए। यह मामला हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा हुआ है जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की थी।
मामले की रिपोर्टिंग
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विशाल ने नौसेना और अन्य रक्षा इकाइयों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई को दी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मिली जानकारी भी इसमें शामिल थी। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि राजस्थान पुलिस की खुफिया शाखा ने महीनों तक निगरानी रखने के बाद विशाल को पकड़ने में सफलता हासिल की। राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी विष्णुकांत गुप्ता ने बताया कि उनकी टीम आईएसआई की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। इसी दौरान विशाल पर शक हुआ क्योंकि वह सोशल मीडिया पर एक महिला हैंडलर के संपर्क में था।
महिला हैंडलर का रहस्य
यह महिला खुद को प्रिया शर्मा के नाम से पेश करती थी, जिसे माना जा रहा है कि वह आईएसआई की एजेंट थी। विशाल ने नौसेना की गतिविधियों और ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी गोपनीय जानकारियां इस महिला को दी। इसके बदले उसे पैसे भी मिले। जांच में यह भी पता चला कि विशाल ऑनलाइन गेमिंग का शौकीन था और उसे आर्थिक नुकसान हुआ था। इसी वजह से पाकिस्तानी एजेंट ने उसका फायदा उठाया और उसे लालच देकर पैसे दिए। विशाल को क्रिप्टोकरेंसी और सीधे बैंक खातों में पैसे भेजे गए।
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मोबाइल की फॉरेंसिक जांच
विशाल के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच में कई सालों की चैट और डेटा ट्रांसफर के सबूत मिले। इनमें ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भेजी गई गोपनीय जानकारी भी शामिल थी। अभी विशाल को जयपुर के सेंट्रल इंटरोगेशन सेंटर में रखा गया है, जहां कई खुफिया एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं। जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस जासूसी नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हो सकता है और कितनी गोपनीय जानकारी लीक हुई है।
यह मामला भारत की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है। देश की खुफिया एजेंसियां इस जासूसी कांड की गहराई से जांच कर रही हैं ताकि आगे की सुरक्षा में कोई कमी न रह जाए।