मुसलमान छोड़ रहे इस्लाम! इन देशों में तेजी से हो रहा है धर्म परिवर्तन

punjabkesari.in Thursday, Apr 24, 2025 - 03:59 PM (IST)

नारी डेस्क: धर्म परिवर्तन अब केवल एक धार्मिक विषय नहीं रहा, बल्कि यह वैश्विक सामाजिक परिवर्तन का संकेत बनता जा रहा है। हाल ही में जारी प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर में पारंपरिक धर्मों को छोड़ने की प्रवृत्ति तेज़ी से बढ़ रही है। अमेरिका, दक्षिण कोरिया और यूरोप के कई देशों में यह रुझान सबसे ज़्यादा देखा जा रहा है।

दक्षिण कोरिया में आधे से ज़्यादा लोगों ने छोड़ा अपना धर्म

रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण कोरिया में 50% से अधिक लोगों ने अपने पैतृक धर्म का त्याग कर दिया है। ये लोग अब खुद को नास्तिक, अज्ञेयवादी या 'धार्मिक रूप से तटस्थ' बताते हैं। यह दुनिया में धर्म परिवर्तन की सबसे बड़ी दर मानी जा रही है।

अमेरिका में 23% मुसलमानों ने छोड़ा इस्लाम

अमेरिका में हर चार में से एक मुसलमान अब इस्लाम नहीं मानता। इनमें से 10% ने कोई नया धर्म अपनाया है, जबकि 13% अब किसी भी धर्म में विश्वास नहीं रखते। यही नहीं, अमेरिका में 18% हिंदू भी अब अपने पारंपरिक धर्म से दूर हो चुके हैं।

बौद्ध धर्म को मानने वालों में भी आई भारी कमी

जापान में बौद्ध धर्म से जुड़ी आस्था में भारी गिरावट देखी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, पहले जहां 58% लोग बौद्ध धर्म को मानते थे, अब केवल 34% ही इससे जुड़े हैं। यही स्थिति दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और श्रीलंका जैसे देशों में भी देखने को मिल रही है।

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ईसाई धर्म छोड़ने वालों की संख्या सबसे अधिक

रिसर्च के आंकड़े बताते हैं कि ईसाई धर्म में सबसे अधिक गिरावट आई है। स्पेन में पहले 90% आबादी ईसाई थी, जो अब घटकर केवल 54% रह गई है। इसी प्रकार स्वीडन, इटली और अमेरिका में भी ईसाई समुदाय की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है।

भारत में धर्म परिवर्तन की दर बेहद कम

भारत में धर्म परिवर्तन की दर वैश्विक औसत के मुकाबले बेहद कम है। रिपोर्ट के अनुसार, केवल 2% भारतीय अब उस धर्म को नहीं मानते, जिसमें उनका जन्म हुआ था। मुसलमानों में यह आंकड़ा मात्र 1% है। वहीं, हिंदू समुदाय की आस्था काफी स्थिर और मजबूत पाई गई है।

मुस्लिम बहुल देशों में क्या स्थिति है?

बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया और ट्यूनिशिया जैसे मुस्लिम बहुल देशों में धर्म परिवर्तन की दर लगभग शून्य है। हालांकि, तुर्की में यह दर थोड़ी अधिक है, जहां 4% मुसलमान अब खुद को मुस्लिम नहीं मानते।

दुनिया भर में धार्मिक पहचान अब तेजी से बदल रही है। पश्चिमी और विकसित देशों में जहां धर्म से दूरी बढ़ रही है, वहीं भारत और मुस्लिम बहुल देशों में अब भी धार्मिक आस्था जमी हुई है। यह बदलाव आने वाले समय में वैश्विक समाज की सोच और संरचना को गहराई से प्रभावित कर सकता है। 

 

 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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