चालान भरने के लिए बेच दिया मां का मंगलसूत्र, मजबूरी देख एआरटीओ ने खुद भर दिए 24,500 रुपये
punjabkesari.in Monday, Aug 08, 2022 - 06:40 PM (IST)
ड्राइविंग करते समय अकसर सही खौफ रहता है कि कहीं चलान ना कट जाए। क्योंकि कई बार गाड़ी की कीमत से ज्यादा चलान कट जाते हैं, इसके रकम भी हजारों से लेकर लाखों तक पहुंच रही है। एक युवक चलान से इस कदर डर गया कि उससे बचने के लिए उसने अपनी मां का मंगलसूत्र तक दांव पर लगा दिया।
यह वाक्या है उत्तर प्रदेश का, जहां एक शख्स के ऑटो का किसी ने 24,500 रुपये का चालान काट दिया। एक आंख से दिव्यांग राजकुमार की 6 बेटियां हैं और एक बेटा है, वह किसी तरह ऑटो से अपने परिवार को खर्चा चला रहे थे। चालान भरने के लिए राजकुमार के बेटे विजय कुमार को मजबूरन अपनी मां का मंगलसूत्र बेचना पड़ा। जब वह चालान को जमा कराने एआरटीओ कार्यालय पहुंचा तो एआरटीओ आरसी भारती ने पैसों के बारे में जानना चाहा।
विजय ने बताया कि मां ने मंगलसूत्र बेचकर 13 हजार रुपये दिए हैं। एआरटीओ के सामने अपनी कहानी सुनाने के दौरान वह फूट- फूट कर रोने लगा। उसने बताया कि- पिता राजकुमार ऑटो चलाते हैं और उन्हें एक आंख से दिखता भी कम है। वह इस उम्मीद से यहसं आया है कि शायद कुछ रकम माफ हो जाए। उसने यह भी बताया कि परिवार में छह बहने हैं, एक बहन की शादी हुई है।
यह पूरी कहनी सुनने के बाद एआरटीओ ने चालान की पूरी रकम खुद जमा करने के साथ ही टेंपो का इंश्योरेंश कराया। इसके बाद कुछ नकद राशि देकर भविष्य में हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। एआरटीओ आरसी भारती ने विजय से यह कहा कि जो पैसे लेकर आए हो उसे लेकर जाओ और मंगलसूत्र छुड़ाकर मां को वापस दे देना।