वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर सरकार का अलर्ट, हल्के में ना लें ये लक्षण
punjabkesari.in Wednesday, May 19, 2021 - 01:06 PM (IST)
कोरोना के खिलाफ जंग जीतने के लिए भारत में टीकाकरण अभियान को तेज कर दिया गया है। हालांकि इसी बीच में कुछ परेशान करने वाली खबरें भी आ रही हैं कि वैक्सीन से लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, सरकार ने अलर्ट जारी किया है। दरअसल, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (mohfw) ने वैक्सीन को लेकर एडवाइजरी जारी की है, ताकी लोगों को टीका लगने के बाद होने वाली परेशानियों से बचाया जा सके।
वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर सरकार का अलर्ट
. वैक्सीन लेने के 20 दिन तक AEFI (Adverse event following immunization) (जैसे बुखार, स्थानीय दर्द और सूजन की शिकायत देखने को मिल सकती है। अगर ऐसा हो तो वहां संपर्क करें, जहां टीका लगवाया हो।
. वैक्सीन लगवाने के बाद ब्लड क्लाटिंग के साथ कई दूसरी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा अगर शरीर पर लाल धब्बे, धुंधलापन जैसी शिकायत हो तो उसे हल्के में ना लें।
. कन्फ्यूजन-डिप्रेशन या मूड स्विंग हो तो उसे नजरअंदाज ना करें बल्कि वैक्सीनेशन सेंटर पर ये सब लक्षण रिपोर्ट करवाएं।
खून के थक्के जमने के कई मामले आए सामने
हाल ही में कोविशील्ड से लोगों में ब्लड क्लॉटिंग के मामले सामने आए हैं। AEFI कमेटी ने जब 498 सीरियस और सीवियर मामलों की जांच की तो उसमें 26 मामले ब्लड क्लॉटिंग के मामले समाने आए। देश में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीकों के साथ टीकाकरण अभियान के शुरू होने के बाद से 23,000 से अधिक प्रतिकूल प्रभाव के मामलों की सूचना मिली और इनमें से 700 मामले गंभीर बताए गए हैं।
साइड इफेक्ट्स की बात करें तो...
किसी भी दवा के साइड इफेक्ट्स होना आम बात है। वैक्सीन लगाने के बाद आपके शरीर में कौन से साइड इफेक्ट्स नजर आ सकते हैं।
हल्का सिरदर्द होना
वैक्सीनेशन का सबसे आम लक्षण है हल्का सिरदर्द, कंपकंपीया फिर हल्का बुखार आना। इसके अलावा टीके वाली जगह पर हल्की सूजन, लालपन, दबाने पर दर्द, मांसपेशियों के आस-पास दर्द महसूस हो सकता है।
पाचन तंत्र में गड़बड़ी
वैक्सीन के साइड इफेक्टस में पेट में गड़बड़ी होने की दिक्कत भी सामने आ रही हैं। पेट में मरोड़ पड़ना, जी मचलना, सिर चकराना थकान भी वैक्सीन के साइ-इफेक्ट में से एक है।
माइग्रेन की परेशानी
शोधकर्ताओं की मानें तो माइग्रेन से ग्रस्त लोगों को वैक्सीन के बाद इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।