अब छोटे-छोटे बच्चों में भी जागेगी देशभक्ति, स्कूलों में पहली कक्षा से दी जाएगी मिलिट्री ट्रेनिंग
punjabkesari.in Tuesday, Jun 03, 2025 - 04:42 PM (IST)

नारी डेस्क: महाराष्ट्र के स्कूली शिक्षा मंत्री दादा भुसे ने सोमवार को घोषणा की कि महाराष्ट्र में पहली कक्षा से ही स्कूली छात्रों को बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य कम उम्र से ही बच्चों में देशभक्ति, अनुशासन और शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देना है।सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी छात्रों को प्रशिक्षण देने का जिम्मा संभालेंगे, साथ ही स्कूल के खेल शिक्षक, एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) के अधिकारी और स्काउट्स एंड गाइड्स इकाइयों का सहयोग भी लेंगे।
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भुसे का कहना है कि- "यह निर्णय देश के प्रति प्रेम पैदा करने और शारीरिक व्यायाम और अनुशासित जीवन जैसी दैनिक आदतों को प्रोत्साहित करने के लिए लिया गया है, जिससे छात्रों को लंबे समय में बहुत लाभ होगा।" इस प्रस्ताव को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अनुकूल प्रतिक्रिया मिली है। व्यापक कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए, सरकार ने राज्य भर में 2.5 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों को शामिल करने की योजना बनाई है। इसके लागू होने से महाराष्ट्र देश का पहला ऐसा राज्य बन सकता है जो प्राथमिक शिक्षा स्तर पर ही सैन्य प्रशिक्षण की नींव रखने जा रहा है।
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यह घोषणा भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में की गई है, विशेष रूप से 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले और 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारत द्वारा जवाबी हमले किए जाने के बाद। हालांकि स्कूली बच्चों के कुछ परिजनों ने नाराजगी भी जताई है। उनका मानना है कि छोटी उम्र में बच्चों पर सैन्य प्रशिक्षण का दबाव डालना ठीक नहीं है। इस पर मंत्री का कहना है कि यह कदम किसी भी प्रकार का कठोर प्रशिक्षण नहीं है। इसके पीछे का मुख्य मकसद बच्चों का शारीरिक फिटनेस और देश प्रेम को बढ़ावा देना है।