मेंटल वेलनेस के लिए इंटीरियर डिज़ाइन: घर को बनाएं मन का सुकून केंद्र
punjabkesari.in Thursday, Jun 12, 2025 - 02:43 PM (IST)

नारी डेस्क: भागदौड़ भरी ज़िंदगी, सोशल मीडिया की बमबारी और वर्क लाइफ स्ट्रेस — इन सबसे निपटने के लिए अब डॉक्टर और मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि हमारा घर कैसा दिखता और महसूस होता है, उसका सीधा असर हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। जब बाहर की दुनिया तनाव और व्यस्तता से भरी हो, तो हमारा घर ही वह जगह होनी चाहिए जो हमें मानसिक शांति, ऊर्जा और आत्मिक संतुलन दे सके। एक इंटीरियर डिज़ाइनर के रूप में मेरा अनुभव कहता है कि थोड़ा-सा बदलाव भी घर के माहौल को ऐसा बना सकता है कि आप हर दिन उसमें लौटकर सुकून महसूस करें।
Biofilic Design अपनाएं – नेचर को लाएं घर के अंदर
क्या करें
1. हर कमरे में कोई न कोई नेचुरल एलिमेंट शामिल करें जैसे indoor plants, लकड़ी के तत्व, मिट्टी के बर्तन, पत्थर या bamboo।
2. बालकनी या खिड़की के पास mini herb garden बनाएं।
3. टिप: मनी प्लांट, स्पाइडर प्लांट, और पीस लिली जैसे पौधे हवा शुद्ध करते हैं और तनाव कम करते हैं।
कलर थेरेपी: दिमाग को शांत करने वाले रंग चुनें
रंगों का असर
1. नीला: फोकस और शांति
2. हरा: संतुलन और तरोताज़गी
3. हल्का पीला: ऊर्जा और खुशी
4. लैवेंडर या लाइट ग्रे: तनाव घटाता है
टिप: अपने बेडरूम या स्टडी एरिया में वॉलपेपर या पर्दों में इन रंगों को शामिल करें।
सुगंध और रोशनी: मूड सेट करने वाले दो जादू
क्या जोड़ें
1. एसेंशियल ऑयल डिफ्यूज़र (Lavender, Eucalyptus)
2. सॉफ्ट येलो लाइट्स, fairy lights, Himalayan salt lamps
3. शाम को दीया जलाना — मन को तुरंत शांति देता है
4. यह उपाय वर्किंग महिलाओं और बुज़ुर्गों के लिए विशेष रूप से लाभदायक हैं।
Declutter = Detox
क्या हटाएं
1. टूटे सामान, एक्सपायर्ड चीजें, बंद घड़ी, बंद पेन आदि
2. अनावश्यक फर्नीचर जो जगह और ऊर्जा दोनों रोकता है
3. वास्तु सिद्धांत: जब घर खुला, हवादार और साफ होता है, वहां सकारात्मक ऊर्जा स्वतः बहती है।
No-Phone Zones” बनाएं – डिज़िटल डिटॉक्स के लिए कोना
1. जहां कोई स्क्रीन न हो
2. पढ़ने, संगीत, मेडिटेशन या डूडलिंग के लिए हो
3. Soft कुशन, छोटा सा मैट, और plant décor रखें
4. बच्चों के लिए भी screen-free play space बनाना मानसिक विकास के लिए फायदेमंद है।
Emotional Decor = Mindful Decor
क्या सजाएं
1. अपने बनाए पेंटिंग्स
2. ट्रैवल की यादें
3. मोटिवेशनल quotes
4. पुरानी डायरी, दादी की लिखी रेसिपी फ्रेम में
यह decor आपके जीवन की कहानी बयां करता है और आपको रोज़ याद दिलाता है कि आप कितनी दूर आए हैं।
Sound Therapy + Space Design
1. घर में साउंड टच जोड़ें
2. विंड चाइम्स, शांत बैकग्राउंड म्यूजिक, छोटे indoor फाउंटेन
3. किचन या लिविंग में मंद सुरों वाला स्पीकर
4. साउंड और स्पेस का मेल मन को बहुत राहत देता है।
आपके घर की सजावट सिर्फ दीवारों और फर्नीचर तक सीमित नहीं है। जब उसमें “भावनात्मक कनेक्शन, प्रकृति, सादगी और सकारात्मकता” जुड़ जाती है, तो वह घर मंदिर बन जाता है। यही आज के समय की सबसे ज़रूरी डिज़ाइन फिलॉसफी है।
अपने घर को ऐसा बनाइए, जहां लौटकर आएं तो लगे, यही तो है मेरी सुकून की जगह है।
लेखिका- रक्षा सेठी, (इंटीरियर डिज़ाइनर )