माघ पूर्णिमा में गंगा स्नान का विशेष महत्व, इन उपायों से करें श्रीहरि खुश

punjabkesari.in Tuesday, Feb 23, 2021 - 11:31 AM (IST)

हिंदू धर्म में व्रत व त्योहारों का विशेष महत्व है। साथ ही पूर्णिमा तिथि को बेहद ही शुभ माना जाता है। इसे माघ महीने की शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि माघ पूर्णिमा कहलाती है। इस साल माघ पूर्णिमा 26 फरवरी दिन शुक्रवार को होगी। इस शुभ दिन पर गंगा स्नान, दान, पूजा-पाठ करना शुभफल देता है। मान्यता है कि इससे देवी-देवताओं की कृपा मिलती है। साथ ही व्रत रखने व श्रीहरि पूजा करने से जीवन की परेशानियां दूर होकर सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का आगमन होता है। इन शुभ दिन पर पूर्ण चंद्रमा निकलता है। तो चलिए आज हम आपको माघ पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त व भगवान विष्णु जी को खुश करने के कुछ खास उपाय बताते हैं...

माघ पूर्णिमा 2021 तिथि और शुभ मुहूर्त-

पूर्णिमा तिथि आरंभ- 26 फरवरी 2021 समय- 05:49 मिनट
पूर्णिमा तिथि समाप्त- 27 फरवरी 2021 समय- 01:46 मिनट तक 

माघ पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय का शुभ मुहूर्त-

चंद्रमा का उदय- 26 फरवरी 2021- शाम समय 06:25 मिनट 
चंद्रमा का अस्त 27 फरवरी 2021- सुबह 06:59 मिनट पर

PunjabKesari

माघ पूर्णिमा व्रत विधि-

- पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा नदी में स्नान करें। (अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो पानी में गंगाजल मिलाकर कर नहाएं। 

- फिर सूर्य मंत्र का जाप करते हुए उन्हें अर्घ्य दें। 

- नहाने के बाद व्रत का संकल्प करते हुए भगवान विष्णु की पूजा करें। 

- माघ पूर्णिमा के दिन पर काले तिल का विशेष महत्व होने से इसे भगवान को जरूर चढ़ाएं। साथ ही इसका दान भी करें। 

तो चलिए जानते हैं श्रीहरि के प्रसन्न करने के उपाय-

 

गंगा नदी में करें स्नान

मान्यता है कि माघ पूर्णिमा तिथि को गंगा नदी में स्नान करने से श्रीहरि की कृपा मिलती है। पापों से मुक्ति मिल कर मन की इच्छाएं पूरी होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। 

PunjabKesari

पूजा-पाठ करें 

किसी भी शुभ तिथि में पूजा-पाठ करने का विशेष महत्व होता है। ऐसे में माघ पूर्णिमा के दिन के सच्चे मन से भगवान की पूजा करने से शुभ फल मिलता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने से सुख-समृद्धि व शांति का वास होता है। साथ ही घर के सदस्यों में चल रहा तनाव खत्म होकर खुशहाली आती है।

गीता और रामायण का करें पाठ 

माघ पूर्णिमा का दिन भगवान की भक्ति में बीताना चाहिए। ऐसे में इस शुभ दिन पर घर या मंदिर में गीता और रामायण का पाठ करें। माना जाता है कि इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं। साथ ही घर हमेशा अन्न व धन से भरा रहता है। 

तिल का करें दान

भगवान श्रीहरि की पूजा के दौरान उन्हें तिल जरूर चढ़ाएं। साथ ही इसका दान करें। इससे भगवान विष्णु की असीम कृपा मिलने के साथ पापों से छुटकारा मिलता है। 

PunjabKesari

दान का विशेष महत्व

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। माना जाता है कि इस शुभ दिन पर अपने सामर्थ्य के अनुसार, गरीबों व जरूरतमंदों को अन्न, कपड़ा व धन का दान देना चाहिए। इससे घर में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का आगमन होता है। जीवन की समस्याएं दूर होकर तरक्की के रास्ते खुलते हैं। 


 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

neetu

Related News

static