इस दिन से शुरू होगी गुप्त नवरात्रि, इन 9  दिनों में चुपचाप करें ये गुप्त उपाय

punjabkesari.in Monday, Jun 23, 2025 - 05:37 PM (IST)

नारी डेस्क:  सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। आषाढ़ मास में मनाई जाने वाली गुप्त नवरात्रि भी  हिंदू धर्म में एक विशेष आध्यात्मिक समय होता है, जब देवी साधना और तांत्रिक क्रियाओं का अत्यधिक महत्व होता है। इस दौरान आम जनता के पारंपरिक नवरात्रि से हटकर गुप्त साधना की जाती है, जो आलौकिक शक्तियों की प्राप्ति व रोग, ग्रह दोष और नकारात्मक ऊर्जा निवारण का मार्ग खोलती हैं ।
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 गुप्त नवरात्रि का महत्व

इस गुप्त नवरात्रि में दुर्गा माता की दस महाविद्याओं (Mahavidya) की गुप्त साधना की जाती है, जो तंत्र साधना, सिद्धि और मनोकामना पूर्ति का आदर्श समय मानी जाती है। इस दौरान की साधना और मंत्र जाप से गृहिण दोष, ग्रह बाधाएं दूर होती हैं। इसमें मनोकामना पूर्ति, आध्यात्मिक शक्‍ति (सिद्धि), मन की शांति और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति संभव है । सर्वार्थ सिद्धि योग से घट स्थापना का समय अधिक शुभ माना गया है 


आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की तिथि 

हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ महीने की गुप्त नवरात्रि इस साल 26 जून से शुरू हो रही है जिसका समापन 4 जुलाई को होगा। 25 जून शाम 4 बजे से प्रतिपदा तिथि आरंभ होगी। 26 जून दोपहर 1:24 तक प्रतिपदा बनी रहेगी।

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इस दौरान इन नियमों का करें पालन

-निराहार या फलाहारी व्रत रखें , तांत्रिक साधना में फलों का व्रत आम है ।
- दुर्गा चालीसा और सप्तशती पाठ करें।
-  माता के प्रसाद में लौंग व बताशे शामिल करें और लाल पुष्प चढ़ाएं।
- "ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडाय विच्चे" या देवी के किंवदंतीमंत्रों का 108 बार जाप करें ।
-व्रत के दौरान हल्दी-जौ, लहसुन-प्याज़ और मांस-मदिरा से परहेज़ करें ।
- इन दकनों काले चमड़ा पहनना और नाखून काटना वर्जित है7 
 

गुप्त नवरात्रि में करें ये  उपाय

 काली हल्दी का उपाय :एक पीले कपड़े में काली हल्दी, गौमती चक्र और एक सिक्का लपेटकर धन स्थान (तिजोरी/पर्स) में रखें। इससे मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

चुपचाप तेल का दीपक जलाएं: रात्रि में किसी सुनसान स्थान पर पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। इससे मन की मुरादें पूरी होती हैं, और शत्रु शांत रहते हैं।

भैरव जी को नारियल चढ़ाएं: काल भैरव के मंदिर में नारियल अर्पित करें और "ॐ भैरवाय नमः" मंत्र का जाप करें। इससे बुरी नजर और तंत्र दोष से रक्षा होती है।

रात्रि में मां दुर्गा के चुपचाप 108 नामों का पाठ करें: रात्रि में शांत स्थान पर मां के 108 नामों का जाप करने से अदृश्य शक्तियों का आशीर्वाद मिलता है।

कुबेर यंत्र की स्थापना: गुप्त नवरात्रि की किसी रात कुबेर यंत्र को स्थापित करें और उसकी पूजा करें। इससे धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।

सिंदूर और चांदी का सिक्का उपाय: एक पान के पत्ते पर सिंदूर में चांदी का सिक्का लपेटकर देवी को चढ़ाएं और फिर अपने पर्स में रखें।इससे  सौभाग्य बढ़ता है।


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Content Writer

vasudha

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