नहीं रहीं बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री मधुमती, कभी हेलेन से होती थी तुलना!
punjabkesari.in Wednesday, Oct 15, 2025 - 04:22 PM (IST)

नारी डेस्क: हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर की जानी-मानी अभिनेत्री और बेहतरीन डांसर मधुमती का बुधवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने 80 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर सामने आते ही पूरे बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई। यह दुखद जानकारी अभिनेता विंदू दारा सिंह ने सोशल मीडिया पर साझा की, जिन्होंने उन्हें एक "प्रेरणा" और "गुरु" के रूप में याद किया।
विंदू दारा सिंह ने दी जानकारी
विंदू दारा सिंह ने अपने पोस्ट में लिखा, "वह सिर्फ एक शिक्षिका नहीं, बल्कि सैकड़ों कलाकारों के लिए प्रेरणा थीं।" उन्होंने बताया कि मधुमती जी हर सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीती थीं, लेकिन इसी दिन वो शांत हो गईं। विंदू ने आगे कहा, "उन्होंने अक्षय कुमार, तब्बू और कई कलाकारों को डांस सिखाया। उनके जैसी समर्पित कलाकार मिलना आज मुश्किल है।" उनकी यह पोस्ट वायरल होते ही फिल्म जगत के कई दिग्गजों ने श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें भारतीय सिनेमा की नृत्य-देवी बताया।
नृत्य था उनके जीवन की धड़कन
मधुमती का जन्म 30 मई 1944 को मुंबई के एक पारसी परिवार में हुआ था। उनके पिता एक जज थे, लेकिन बचपन से ही मधुमती का रुझान अभिनय और नृत्य की ओर था। उन्होंने भरतनाट्यम, कथक, मणिपुरी और कथकली जैसी शास्त्रीय नृत्य शैलियों में महारत हासिल की थी। मधुमती का कहना था कि उनके लिए “नृत्य सांस लेने जैसा था।” उन्होंने न सिर्फ फिल्मों में अपनी पहचान बनाई, बल्कि कई पीढ़ियों को डांस सिखाया। उनके कई छात्र आज भी बॉलीवुड में सक्रिय हैं और उन्हें अपना "गुरु" मानते हैं।
हेलेन से होती थी तुलना
1950-60 के दशक में मधुमती का करियर उस दौर में चमका जब हेलेन फिल्म इंडस्ट्री की सबसे मशहूर डांसर थीं। दोनों का लुक और डांस स्टाइल इतना मिलता-जुलता था कि अक्सर लोगों में तुलना होती थी। मधुमती ने एक पुराने इंटरव्यू में कहा था, “हेलेन जी मेरी सीनियर थीं और बहुत अच्छी इंसान भी। लोग हमें एक जैसा समझते थे, लेकिन हमने कभी इसे प्रतिस्पर्धा नहीं माना।” जहां हेलेन ने कैबरे डांस को एक अलग पहचान दी, वहीं मधुमती ने भारतीय पारंपरिक और फिल्मी डांस को नई ऊंचाई पर पहुंचाया।
19 साल की उम्र में की थी शादी
मधुमती की निजी जिंदगी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रही। उन्होंने सिर्फ 19 साल की उम्र में मनोहर दीपक नाम के व्यक्ति से शादी की थी, जो उनसे उम्र में काफी बड़े थे और चार बच्चों के पिता थे। हालांकि मधुमती की मां इस रिश्ते से खुश नहीं थीं, लेकिन अभिनेत्री ने अपने दिल की सुनी और विवाह कर लिया। शादी के बाद भी उन्होंने डांस और फिल्मों से दूरी नहीं बनाई। वह जीवन के अंतिम समय तक नृत्य सिखाती रहीं और कहती थीं, “डांस मेरा धर्म है। जब तक सांस है, तब तक नृत्य है।”
बॉलीवुड में छाई शोक की लहर
मधुमती के निधन के बाद सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले और फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। कई लोगों ने उन्हें “इंडियन सिनेमा की डांस आइकन” बताया, जिन्होंने अपने समय में नृत्य को कला से आगे बढ़ाकर एक भावनात्मक अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया। उनका जाना भारतीय सिनेमा के लिए एक युग का अंत माना जा रहा है।