Women Entrepreneurs के सपनों को मिल रही उड़ान, सरकार ने Startups के लिए दिया करोड़ों का फंड
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 10:07 AM (IST)
नारी डेस्क: भारत सरकार ने महिला उद्यमियों (women-led startups) को सशक्त बनाने के लिए बीते छह वर्षों में ₹3,100 करोड़ से अधिक का वित्तीय निवेश किया है। इसका उद्देश्य महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना, व्यापार शुरू करने में मदद देना और महिलाओं को रोजगार और नवाचार के अवसर प्रदान करना है।

इन योजनाओं के जरिए किया निवेश
Fund of Funds for Startups (FFS): यह सबसे बड़ी योजना है, जिसके तहत अलग-अलग निवेश कोष (AIFs) को पैसा दिया जाता है, जो फिर सीधे महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स में निवेश करते हैं। ₹2,838.9 करोड़से अधिक इसी स्कीम के तहत 154 महिला-नेतृत्व वाली कंपनियों में निवेश हुआ है।
Startup India Seed Fund Scheme (SISFS): इस स्कीम का लक्ष्य शुरुआती (seed-stage) स्टार्टअप्स को सहायता देना है ताकि वे अपने विचार को उत्पाद बनने तक ले जा सकें। अब तक ₹284.79 करोड़ से अधिक 1,635 महिला-नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को सहायता दी जा चुकी है।
Credit Guarantee Scheme for Startups (CGSS): इस योजना से स्टार्टअप्स को collateral-free loans (बिना सिक्योरिटी के लोन) मिलते हैं। महिलाओं के स्टार्टअप्स के लिए अब तक ₹33.17 करोड़ के लोन की गारंटी दी गई है।

क्यों यह निवेश महत्वपूर्ण है?
महिलाएं अब व्यवसाय शुरू करने और विकसित करने में बेहतर आर्थिक मदद पा रही हैं। सरकार के डेटा के अनुसार लगभग 48% स्टार्टअप्स में अब कम-से-कम एक महिला डायरेक्टर या पार्टनर है, जो विकास की दिशा में अच्छी प्रगति दिखाता है। 2025 में महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा जैसी राज्यों में महिलाओं के नेतृत्व वाली कंपनियों को सबसे अधिक निवेश मिला। उदाहरण के तौर पर महाराष्ट्र में अकेले ₹277.05 करोड़ का निवेश हुआ।
महिलायें बन रही आत्मनिर्भर
सरकार की पहल से महिला उद्यमिता को बड़े पैमाने पर समर्थन मिला है। संयुक्त रूप से ₹3,100 करोड़+ निवेश, 1,600+ स्टार्टअप्स को सीड-फंड सहायता, महिला-नेतृत्व वाली कंपनियों को कोलैटरल-फ्री लोन महिलाओं की भागीदारी में बढ़ोतरी यह कदम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने औरभारत को एक अधिक समावेशी आर्थिक भविष्य की ओर ले जाने में मदद कर रहा है।

