स्मॉग और कोहरे का असर? बस ये चीजें खाएं और फेफड़ा रहेगा साफ

punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 01:46 PM (IST)

नारी डेस्क: सर्दियों में धुंध, स्मॉग और प्रदूषण के कारण हवा में PM2.5 और PM10 जैसे छोटे‑छोटे प्रदूषक कण बढ़ जाते हैं, जो खांसी, गले में जलन, सांस लेने में दिक्कत और फेफड़ों पर सीधा असर डालते हैं। ऐसे समय में न केवल बाहर की हवा से बचना ज़रूरी है, बल्कि खाने‑पीने में सही चीज़ों को शामिल करना भी आपकी फेफड़ों की रक्षा कर सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि कुछ रोज़मर्रा के खाद्य पदार्थ और जड़ी‑बूटियाँ प्रदूषण से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद कर सकती हैं। 

फेफड़ों को साफ़ और मजबूत रखने वाले घरेलू खाद्य सुझाव

हल्दी (Turmeric)

हल्दी में कर्क्यूमिन नामक पदार्थ होता है, जिसमें एंटी‑इंफ्लेमेटरी और एंटी‑ऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो फेफड़ों की सूजन कम करने और गले की जलन को शांत करने में मदद करते हैं। इसे गर्म दूध या खाने में रोज़ शामिल कर सकते हैं। 

अदरक (Ginger)

अदरक में मौजूद जिंजरोल और शोगॉल जैसे तत्व फेफड़ों के लिए फायदेमंद हैं। यह कफ कम करने, खांसी और गले की खराश को राहत देने में मदद करते हैं। आप अदरक की चाय या गरम पानी में अदरक डालकर पी सकते हैं। 

तुलसी (Holy Basil)

तुलसी की पत्तियां एंटी‑इंफ्लेमेटरी और इम्यून‑बूस्टिंग गुणों से भरपूर होती हैं। तुलसी की चाय या तुलसी‑अदरक का काढ़ा फेफड़ों को आराम देता है और सांस लेने में मदद करता है। 

खट्टे फल (Vitamin C Fruits)

नींबू, संतरा, कीवी और आंवला जैसे फल विटामिन‑C से भरपूर होते हैं। विटामिन‑C शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और प्रदूषण से होने वाले oxidative stress को कम करता है। 

गुड़ (Jaggery)

गुड़ फेफड़ों के लिए प्राकृतिक डिटॉक्सिफ़ायर की तरह काम करता है और गले को आराम देता है। यह कफ को ढीला करके निकालने में मदद करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। 

और फायदे मंद घरेलू उपाय

हरी चाय (Green Tea) - इसमें एंटी‑ऑक्सिडेंट्स होते हैं जो शरीर में free radicals को कम करते हैं और फेफड़ों की रक्षा में मदद करते हैं। 

अजवाइन या मुलैठी का काढ़ा - यह गले की जलन और सूखी खांसी को शांत करता है। 

गरम मसाला  काली मिर्च/दालचीनी - इससे श्वसन मार्ग खुलते हैं और गंदगी बाहर निकलने में आसानी होती है। 

हल्का सूप या कढ़ा — सूप या काढ़ा फेफड़ों को नमी देता है और दमा/खाँसी जैसी समस्याओं में राहत देता है। 

ध्यान रखें- प्रदूषण के मौसम में सिर्फ खान‑पान ही नहीं, बल्कि पानी खूब पीना, धूल‑धुएँ से बचने के उपाय (जैसे N95 मास्क पहनना) और डॉक्टर की सलाह भी ज़रूरी है।  


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Content Editor

Priya Yadav

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