Liver पर अटैक करने वाला खतरनाक Virus, बना Liver Cancer की बड़ी वजह WHO रिपोर्ट में खुलासा

punjabkesari.in Sunday, Aug 17, 2025 - 11:23 AM (IST)

नारी डेस्क: आज की तेजी से बदलती दुनिया में लिवर से जुड़ी बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। खासकर एक ऐसा वायरस, जिसे शायद हम कम जानते हैं, लेकिन यह हमारे लिवर के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। यह है हेपेटाइटिस D वायरस (HDV), जो न केवल लिवर पर हमला करता है बल्कि लिवर कैंसर का एक बड़ा कारण भी बन रहा है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट में इस वायरस के खतरों और इसके प्रभावों पर गंभीर चेतावनी जारी की गई है। इस लेख में हम जानेंगे कि HDV क्या है, यह कैसे फैलता है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचाव के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

क्या है HDV वायरस?

HDV यानी Hepatitis D Virus, एक ऐसा वायरस है जो अपने आप सक्रिय नहीं हो सकता। इसे फैलने के लिए Hepatitis B Virus (HBV) की ज़रूरत होती है। मतलब, अगर किसी को हेपेटाइटिस B नहीं है, तो वह HDV से संक्रमित नहीं हो सकता। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनिया भर में लगभग 12 मिलियन (1.2 करोड़) लोग HDV की चपेट में हैं। इसमें वे लोग शामिल हैं जो पहले से हेपेटाइटिस B से संक्रमित हैं।

लिवर पर हमला करने वाला वायरस HDV

हेपेटाइटिस D वायरस (HDV) एक खतरनाक वायरस है जो सीधे लिवर को नुकसान पहुंचाता है। यह वायरस अकेले सक्रिय नहीं हो सकता, बल्कि इसके लिए हेपेटाइटिस B वायरस (HBV) की ज़रूरत होती है। मतलब, अगर किसी व्यक्ति को हेपेटाइटिस B नहीं है, तो वह HDV से संक्रमित नहीं हो सकता।

दुनिया में HDV संक्रमण का हाल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 12 मिलियन लोग HDV वायरस से संक्रमित हैं। यह संख्या बहुत बड़ी है और यह बताती है कि यह वायरस एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। लगभग 5% लोग जो पहले से हेपेटाइटिस B के शिकार हैं, उनमें HDV भी पाया जाता है।

कहां ज्यादा खतरा है?

HDV संक्रमण कुछ खास देशों में ज्यादा देखने को मिलता है। इन देशों में मंगोलिया, मोल्दोवा और अफ्रीका के कुछ पश्चिमी व मध्य भाग शामिल हैं। इन क्षेत्रों में HDV संक्रमण की दर अधिक है, जिससे वहां के लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।

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HDV कैसे फैलता है?

HDV का फैलाव हेपेटाइटिस B की तरह ही होता है। यह संक्रमित खून, शरीर के तरल पदार्थ, असुरक्षित यौन संबंध, दूषित इंजेक्शन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन और जन्म के समय मां से बच्चे में फैल सकता है। खासकर वो लोग जो पहले से हेपेटाइटिस B से संक्रमित हैं, उन्हें इससे ज्यादा खतरा होता है।

संक्रमण के लक्षण

HDV संक्रमण के लक्षण हेपेटाइटिस B के समान होते हैं। इनमें थकान, बुखार, भूख न लगना, उल्टी, मिचली, गाढ़ा पेशाब और पीलिया शामिल हैं। ये लक्षण संक्रमण के 3 से 7 हफ्तों के अंदर दिखाई देने लगते हैं। कुछ मामलों में यह संक्रमण जानलेवा भी हो सकता है।

HDV क्यों ज्यादा खतरनाक है?

अगर किसी व्यक्ति को पहले से हेपेटाइटिस B है और उसके ऊपर HDV की संक्रमण हो जाती है, तो इसका असर लिवर पर बहुत तीव्र होता है। इससे लिवर तेजी से खराब हो जाता है। रिसर्च में पता चला है कि 70-90% मामलों में ऐसे मरीजों को लिवर सख्त होने की बीमारी (सिरोसिस) हो जाती है। साथ ही, लिवर कैंसर का खतरा भी काफी बढ़ जाता है।

इलाज और बचाव

पहले HDV का इलाज पैगिलेटेड इंटरफेरॉन अल्फा (PEG-IFNα) से किया जाता था, लेकिन इसका असर सीमित था। 2023 में यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने एक नई दवा Bulevirtide को मंजूरी दी, जो रोजाना इंजेक्शन के रूप में दी जाती है। सबसे बड़ा बचाव हेपेटाइटिस B का टीका लगवाना है। इसके अलावा साफ-सुथरे इंजेक्शन और सुरक्षित यौन संबंध भी जरूरी हैं।

WHO की चेतावनी और सुझाव

WHO बार-बार यह चेतावनी देता है कि हेपेटाइटिस B का टीकाकरण बढ़ाना ही HDV से बचाव का सबसे असरदार तरीका है। साथ ही HDV की जांच और इलाज को स्वास्थ्य प्रणालियों में शामिल करना जरूरी है। हर साल 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस बीमारी के खतरे और बचाव के बारे में जागरूक किया जा सके।  


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Content Editor

Priya Yadav

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