कंगना की बहन रंगोली ने बयां किया अपना दर्द, बताया किसने किया था एसिड अटैक !
punjabkesari.in Saturday, Jan 25, 2020 - 02:26 PM (IST)
मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत की मैनेजर और बहन रंगोली चंदेल ने हाल ही में अपने ट्विटर पर अपने साथ हुआ दर्दनाक हादसा साझा किया है। कुछ टाइम पहले ही उन्होंने अपने ऊपर हुए एसिड अटैक के बारें में खुल कर सबकुछ बयां किया था। अब रंगोली ने बिना डरे उस शख्स का नाम भी बताया है जिसने उनके चेहरे पर एक लीटर तेजाब फेंका था, जिसके कारण उनका बायां कान और चेहरा बिगड़ गया था। आइए आपको बताते है कि वो शख्स कौन है ?
रंगोली ने लिखा कि 'मेरे ऊपर एसिड अटैक करने वाले शख्स का नाम है अविनाश शर्मा, मैं उन दिनों कॉलेज में थीं, जब एक लड़के ने मुझे प्रपोज किया था। मैं उसके लिए वैसी फीलिंग्स नहीं रखती थी इसलिए मैंने उसे इग्नोर करना शुरू कर दिया था. लेकिन वो सबसे कहता फिरता था कि वो एक दिन मुझसे शादी करेगा।'
वहीं उन्होंने आगे कहा -'जब मेरे माता-पिता ने एक एयरफोर्स ऑफिसर से मेरी सगाई करवा दी तो वो मुझसे शादी करने की जिद पर अड़ गया। मैंने उसका विरोध किया तो उसने मुझ पर तेजाब फेंकने की धमकी दी। मैंने इन धमकियों पर ध्यान नहीं दिया। मैंने ना तो अपने माता-पिता को बताया और ना ही पुलिस से शिकायत की और ये मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी।'
फिर आगे उन्होंने कहा - 'मैं एक पीजी में चार लड़कियों के साथ रहती थी। एक दिन एक लड़का आया और मेरे बारे में पूछने लगा। मेरी दोस्त विजया ने बताया कि कोई तुम्हारे बारे में पूछ रहा है।मैंने दरवाजा खोला तो वो एक भरा हुआ जग लेकर खड़ा था और एक सेकेंड में ही 'छपाक'.....'
बतादे कि इस अटैक के बाद रंगोली ने अपनी आंख खो दी थी। रेटिना ट्रांसप्लांट होने के बाद वो देखने के काबिल हुई है। उनकी ब्रेस्ट को भी दोबारा बनाया गया है। उनके बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाते वक़्त उन्होंने बहुत सी परेशानियों का सामना किया था। आज भी उनकी स्किन गर्दन की तरफ खींच नहीं पाती। कभी-कभी इतनी बुरा अनुभव होता है कि वो सोचती है कि वो जिंदा ही क्यों है ? बात यह है कि एसिड पीड़ित तो बहुत है मगर अपराधी जल्द ही जमानत लेकर बाहर आ जाते है।
सवाल यह है कि रंगोली ने तो अपना दर्द बयां कर दिया मगर और पीड़ितों को यह मौका कभी मिल भी पाएगा या नहीं ? आपको हमारा पैकेज कैसा लगा ? हमें कमेंट बॉक्स में बताना न भूलें।
अफसोस की बात तो यह है कि एसिड पीड़िता पूरी उम्र यह दर्द झेलती हैं और हमलावर पर सख्त कारवाई नहीं होती।