जानिए, कौन है ट्रांसजेंडर Laxmi Narayan Tripathi? जिन्हें 14 साल छोटे Body Builder से प्यार हुआ और दो बच्चे...
punjabkesari.in Saturday, Jan 25, 2025 - 08:50 PM (IST)
नारी डेस्कः बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी साध्वी बन गई हैं और उन्हें किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने दीक्षा दी। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी किन्नर अखाड़े की पहली महामंडलेश्वर हैं और वह किन्नर समाज के अधिकारों के लिए एक्टिव हैं। ट्रांसजेंडर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी आज बड़ी शख्सियत है। बॉलीवुड नगरी में भी उनकी खास पहचान है। वह सोशल वर्कर के तौर किन्नरों के अधिकारों के लिए लड़ती रही हैं। उनकी बुक 'मी हिजड़ा, मी लक्ष्मी' काफी सुर्खियों में रही थी। इतना बड़ा मुकाम हासिल करने वाली लक्ष्मी की जिंदगी भी इतना आसान नहीं रही।
'किन्नर किसी साधु-संत से ऊपर'
सोशल एक्टिविस्ट ट्रांसजेंडर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ऐसे समाज के लिए मसीहा बनकर उभरी, उनके अधिकारों के लिए आवाज भी उठाई। लक्ष्मी नारायण का कहना था कि किन्नर किसी साधु संत ऊपर है। मान्यता है कि श्री राम ने एक किन्नर से प्रसन्न होकर उसे किसी को भी दुआ-बद्दुआ देने की शक्ति प्रदान की थी। इन्ही कथाओं के आधार पर किन्नर आध्यात्मिक रूप से अत्यंत शक्तिशाली होते हैं। चलिए लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के बारे में बताते हैं।
महाराष्ट्र के एक ब्राह्मण परिवार में जन्मीं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बचपन में डांस की प्रोफेशनल ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने भरतनाट्यम में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। लक्ष्मी काफी पढ़ी लिखी है। उन्होंने सिंघानिया काॅलेज मुंबई से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की इसके बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट मुंबई से पोस्ट ग्रेजुएट की।किन्नर अखाड़ा की आचार्य और पॉलिटिशियन महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की निजी जिंदगी और उनकी लव स्टाेरी बेहद राेचक है।
लक्ष्मी को अपने किन्नर होने पर गर्व हैं। एक इंटरव्यू में लक्ष्मी ने अपना आत्म कथा सुनाते हुए कहा था कि जब उनका जन्म हुआ तो डॉक्टर ने उनके सर्टीफीकेट में मेल (Male) भरा लेकिन मैं मेल और फीमेल बॉक्स में नहीं रहना चाहती थी। स्कूल में भी मैं वॉशरूम जाने से डरती थी ताकि कोई मुझे बुली ना करें। मैं अपनी स्त्रीत्व (Femininity) से प्यार करती हूं लेकिन इसके लिए मुझे काफी कुछ सहना पड़ा। मगर, एक दिन मैंने सोचा नो (NO), बस बहुत हुआ। उस ना से मुझे बहुत हिम्मत मिलीं। उन्होंने कहा भगवत गीता में लिखा है कि मैं सिर्फ एक पुरूष हूं बाकी सारी प्रकृति नारी है।
'खुद पालेंगे ट्रांसजेंडर बच्चे तो नहीं बनेंगे किन्नर'
यहीं सीख वो बाकी लोगों को भी देती हैं। लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी का कहना है कि अगर माता-पिता अपने ट्रांसजेंडर बच्चे को किन्नरों के पास छोड़ने की बजाए उन्हें खुद ही पालें तो किन्नर बनेंगे ही नहीं। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और उनकी लवस्टोरी भी काफी सुर्खियों में रही। लक्ष्मी ने खुद ही अपने फेसबुक अकाउंट पर अपने लव रिलेशनशिप की जानकारी दी है। उन्हाेंने बताया है कि वर्ष 2012 में उनकी जिंदगी में विक्की थाॅमस नामक शख्स आया और दोनों के बीच प्यार हुआ। लक्ष्मी ने अपने फेसबुक पर अपने प्रेमी विक्की थाॅमस के साथ कई तस्वीरें शेयर की हैं और उनका कहना था कि विक्की ने उनका हर कदम पर साथ दिया है। वह दाेनाें अपनी जिंदगी से बेहद खुश हैं लेकिन यह रिश्ता भावनात्मक और शारीरिक शोषण में बदल गया। दोनों का रिश्ता खत्म हो चुका है।
इसके बाद लक्ष्मी की जिंदगी में आयर्न पाशा आए। दोनों के बीच 14 साल का फर्क था लेकिन उम्र का ये फर्क दोनों के रिश्ते के बीच बाधा नहीं बना। आर्यन पाशा जब 23 साल के लॉ स्टूडेंट थे, जब उनकी मुलाकात दिल्ली में एक सम्मेलन के दौरान ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी से हुई।
आर्यन उस समय ट्रांजिशन के दौर से गुजर रहे थे। उनका जन्म दिल्ली के परिवार में एक लड़की नायला के रूप में हुआ था। जब वह लक्ष्मी से मिले थे तब तक वह ट्रांसजेंडर समुदाय में एक मजबूत पहचान बना चुकी थीं। मुश्किल समय में लक्ष्मी को आर्यन ने सहारा दिया। दोनों ने शादी की। आर्यन बॉडीबिल्डर है और लक्ष्मी ट्रांसजेंडर एक्टिविस्ट। दोनों की उम्र में फासला था इसलिए उनके पिता के लिए यह एक बड़ा मुद्दा था हालांकि लक्ष्मी की आर्यन की मां से बनती हैं। दोनों का रिश्ता अच्छा चल रहा है दोनों कई इवेंट्स में एक साथ नजर आते हैं और दोनों ने दो बच्चे भी गोद लिए हैं जिन्हें वह अच्छी परवरिश दे रहे हैं।
लक्ष्मी का असली मकसद किन्नर समाज को समानता का अधिकार दिलाना है जिसके लिए वो करीब 1999 से लड़ाई लड़ रही हैं। वह किन्नर समुदाय के समर्थन और उनके विकास के लिए संगठन चलाती हैं जिसका नाम अस्तित्व हैं। लक्ष्मी ना सिर्फ किन्नर समाज के लिए लड़ रहती है बल्कि टीवी शोज में भी नजर आती हैं। वह सलमान खान के टीवी शो बिग बॉस के 5वें सीजन में कंटेस्टेंट रह चुकी हैं। इसके अलावा 'सच का सामना', 'दस का दम' और 'राज पिछले जन्म का' में भी नजर आ चुकी हैं। वह रैंप पर वॉक करती भी नजर आती है। मंहगी साड़ियों और ज्वैलरी का शौक रखती हैं। टैटी का शौक रखती हैं। लक्ष्मी ने समाज की रूढ़िवादी सोच की पछाड़ा और अपने समुदाह के लोगों के मसीहा बनी और उनको समाज में बाकी लोगों की तरह पूरा अधिकार दिलाने में मदद कर रही हैं।