अस्पताल से सामने आया Lata Ji का आखिरी वीडियोः स्वर कोकिला की ऐसी हो गई थी हालत
punjabkesari.in Monday, Feb 07, 2022 - 02:22 PM (IST)
92 साल की उम्र में लता मंगेशकर का निधन हो गया। कोरोना और निमोनिया से पीड़ित लता जी पिछले काफी वक्त से अस्पताल में भर्ती थी और कल वो इस दुनिया को अलविदा कह गई। इसी बीच लता जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो सहारा लेकर चलती नजर आ रही है। ये वीडियो तब का है जब उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया था। सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि वो बिना सहारे के चल फिर भी नहीं पा रही थी।
आखिरी वक्त में पिता को लेकर हुई इमोशनल
वही लता जी का आखिरी वक्त कैसा बीता इसकी जानकारी वॉइस ओवर आर्टिस्ट हरीश भिमानी ने एक इंटरव्यू में दी। अपने आखिरी वक्त में लता जी अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर को लेकर काफी इमोशनल हो गई थी। वो पिता की रिकॉर्डिग्स सुना करती थी। वो अपने पिता के गाए गानों को गाने की कोशिश कर रही थी। इसी के चलते उन्होंने मौत से 2 दिन पहले ईयरफोन मंगवाया था। यही नहीं डॉक्टर्स ने उन्हें मास्क ना हटाने को कहा था लेकिन आखिरी दिनों में उन्होंने मास्क भी हटा लिया था। इंटरव्यू में हरीश ने कहा, "लता जी अपने खुद के गाने सुनना पसंद नहीं करती थीं। क्योंकि जब वे अपने गाने सुनती थीं, तो उस गाने में अपनी गलतियां पकड़ लेती थीं और काफी दुखी हो जाती थीं। वे ये सोचकर बेचैन हो जाती थीं कि, जब कोई बड़ा संगीतकार उनके गाने सुनेगा और गलतियां निकालेगा तो उनके बारे में क्या सोचेगा।" यहां आपको बता दें कि लता मंगेशकर अपने पिता की काफी इज्जत करती थीं और उन्हें गुरु मानती थीं।
रविवार सुबह लता जी ने ली अंतिम सांस
बता दें कि लता मंगेशकर ने रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर अंतिम सांस ली और रविवार शाम 7 बजकर 16 मिनट पर उन्हें मुखाग्नि दी गई। अंतिम संस्कार मुंबई के शिवाजी पार्क में किया गया। लता जी को मुखाग्नि भतीजे आदित्य ने दी। साथ ही दीदी के भाई हृदयनाथ मंगेशकर झुके सिर और नम आंखों से हर वो काम करते रहे, जो आदित्य कर रहे थे।
अंतिम संस्कार से पहले महान गायिका की आखिरी तस्वीर सामने आई, जिसे देख कर हर किसी की आंखें भर आई। आखिरी तस्वीर में महान गायिका तिरंगे में लिपटी नजर आई। उनके सिरहाने बहन आशा भोसले बैठी दिख रही है और वहां मौजूद लोग उन्हें आखिरी सलाम देते हुए देखे जा सकते हैं। लता मंगेशकर जी ने बचपन से ही संघर्ष किया। वो दर-दर भटकी लेकिन अपनी मेहनत में कोई कमी नहीं रखी। लता जी भले ही अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन वो लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी।