Pregnancy Tips: बच्‍चे के लिए क्यों खतरनाक गर्भनाल का बढ़ना?

punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2019 - 12:43 PM (IST)

गर्भनाल महिला के ही शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, जो प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे को सुरक्षा व पोषण देने का काम करता है। मगर कई बार महिलाओं को गर्भनाल से जुड़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है, जिससे उनमें गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है गर्भनाल से जुड़ी समस्याओं और महिलाओं के लिए कैसे है खतरनाक...

 

नाल में रस्सी का फंसना

कई बार प्रेगनेंसी के दौरान नाल में रस्सी फंस जाती है, जिसके कारण भ्रूण उल्टा हो जाता है। वहीं, इससे प्रसव के दौरान महिलाओं को काफी परेशानी भी होती है।

गर्भनाल का बढ़ना

आमतौर पर नाल की रस्सी की लंबाई शून्य से 300 से.मी. और चौड़ाई 3 से.मी. होती है लेकिन कई बार नाल अपनी लंबाई से ज्यादा बढ़ी हो जाती है जिसके कारण बच्चे की स्थिति खराब हो सकती है या वो उल्टा हो सकता है। वहीं कई बार इसकी वजह से गर्भ में बच्‍चे की मौत भी हो सकती है। यह समस्या उन महिलाओं को ज्यादा होती है, जिनका गर्भनाल बड़ा होता है।

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एकल नाल की धमनी

गर्भनाल में एक ही शिरे के साथ 2 धमनियां होती है लेकिन कुछ महिलाओं में एक नाल की 1 धमनी भी हो सकती है। यह शिशु में भ्रूण विसंगतियों (Fetal Anomalies) का कारण बन सकती है। वहीं इसके कारण भ्रूण को नुकसान भी पहुंचता है। इतना ही नहीं इसके कारण गर्भपात भी हो सकता है। इसके अलावा एकल नाल की धमनी हार्ट डिसीज और सिस्टिक हाइक्रोमा का कारण भी बन सकती है।

गर्भनाल में तन्तु गांठ

गर्भाशय में दो तरह के तंतु होते है, जो मां और शिशु तक रक्त और पोषक तत्व पहुंचाने में मदद करते हैं। इसमें गड़बड़ी होने के कारण महिलाओं को प्रसव के दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

गर्भनाल अल्सर

गर्भनाल अल्सर कॉर्ड के किसी भी भाग में हो सकता है, जो मां और शिशु दोनों को नुकसान पहुंचाता है।

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गर्भनाल से जुड़े कुछ अन्य रोचक तथ्य

जन्म के समय नवजात शिशु की गर्भनाल को देर से काटने से नवजात शिशु को काफी फायदा होता है। शोध के अनुसार, जिन नवजात शिशुओं की गर्भनाल देर से काटी जाती है उनके रक्त में आयरन का स्तर अधिक होता है। ऐसे में जन्म के समय गर्भनाल काटे जाने के समय का निर्धारण कोफी सोच समझ कर करना चाहिए।

गर्भनाल का पतला होना

कुछ अध्ययनों में यह भी बताया गया है कि यदि किसी नवजात का गर्भनाल पतला हो तो आगे चलकर उनमें दिल के दौरे का जोखिम आम लोगों की तुलना में दोगुना हो जाता है।

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प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत होती है इसलिए जरूरी है कि आप समय-समय पर जांच करवाती रहें। साथ ही हैल्दी डाइट लें, हल्की-फुल्की एक्सरसाइज व योग करें और भरपूर नींद लें, ताकि आपको इस तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।


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Content Writer

Anjali Rajput

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