मंदिर में प्रवेश से पहले क्यों बजाते हैं घंटी? जानिए इसका धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
punjabkesari.in Wednesday, May 19, 2021 - 11:24 AM (IST)
मंदिर में प्रवेश करने से पहले घंटी बजा है। वहीं यह परंपरा हिंदू धर्म में सदियों से निभाई जा रही है। वहीं कई लोग घर के मंदिर में भी पूजा के दौरान घंटी बजाते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है? आखिर इसके पीछे का कारण क्या है? असल में ऐसा करने के पीछे धार्मिक व वैज्ञानिक कारण जुड़े हैं। तो आइए जानते हैं इसके बारे में...
घंटी बजाने का वैज्ञानिक कारण
घंटी बजाने के पीछे वैज्ञानिक कारण भी है। रिर्सच की माने तो घंटी बजाने से इसकी आवाज तेज कंपन्न होता है। यह आवाज दूर तक पहुंचती है। इससे वातावरण में मौजूद कई प्रकार के हानिकारक जीवाणु खत्म हो जाते हैं। ऐसे में घंटी की आवाज आसपास का वातावरण शुद्ध करने का काम करती है। यही कारण यह है कि मंदिर व उसके आसपास का वातावरण हमेशा शुद्ध व पवित्र रहता है।
घंटी बजाने का धार्मिक महत्व
. माना जाता है कि मंदिर में प्रवेश से पहले घंटी बजाकर देवताओं से अनुमति ली जाती है। ऐसा करने से भगवान के द्वार में हाजरी लग जाती है।
. कहा जाता है कि घंटी बजाने से देवी-देवताओं सुप्तावस्था में होते हैं। वहीं घंटी बजाने से उनमें चेतना आ जाती है। इसलिए हमेशा उन्हें जगा कर ही पूजा करनी चाहिए।
. धार्मिक मान्यताओं की माने तो घंटी की आवाज से मन में अध्यात्मिक व शुद्घ विचार आते हैं। साथ ही सभी बुरे ख्यालों से छुटकारा मिलता है।
. ग्रंथों के अनुसार, घंटी, शंख आदि की आवाज से देवता खुश होते हैं। साथ ही अपने भक्तों पर कृपा करते हैं।
. घंटी को सृष्टि की रचना के समय गूंजने वाली नाद का प्रतीक माना गया है। इसलिए किसी भी शुभ कार्य का प्रारंभ घंटी बजाकर किया जाता है।
सेहत के लिए भी फायदेमंद है घंटी बजाना
. कैडमियम, जिंक, निकेल, क्रोमियम और मैग्नीशियम से तैयार घंटी से आने वाली आवाज दिमाग के दाएं और बाएं हिस्से में बैलेंस बनाने में मदद करती है।
. इससे दिमाग शांत होकर चिंतामुक्त होता है।
. मन को शांति मिलने के साथ खुशी व सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
. इसकी आवाज शरीर के सभी 7 हीलिंग सेंटर सक्रीय हो जाते हैं। ऐसे में मन शांत रहने के साथ बुरे विचार व ख्याल दूर होते हैं। मन व नकारात्मकता हावी नहीं होती है।
. इससे दिल, दिमाग को ऊर्जा मिलती है। साथ ही शरीर में पॉजीटिव आती है। ऐसे में तनाव, डिप्रेशन आदि गंभीर बीमारियों से बचाव रहता है।
इसलिए हमेशा मंदिर में प्रवेश से पहले घंटी बजाएं। साथ ही थोड़ी देर के लिए घंटे के नीचे खड़े होकर इसकी ध्वनि सुने।