हैल्दी रहने के लिए एक दिन में कितनी खानी चाहिए रोटियां

punjabkesari.in Monday, Aug 25, 2025 - 04:36 PM (IST)

नारी डेस्क : दुनिया के ज्यादातर लोगों की रोज की जिंदगी रोटी और चावल पर ही टिकी होती है। भारत में तो रोटी सिर्फ भोजन ही नहीं बल्कि एक आदत और परंपरा भी है। चाहे तवा रोटी हो, तंदूरी, रूमाली, खमीरी या शीरमाल। हर घर में किसी न किसी रूप में रोटी जरूर मिलती है। लेकिन सवाल यह है कि आखिरकार इंसान को एक दिन में कितनी रोटियां खानी चाहिए।

रोटी की मात्रा कैसे तय होती है?

हर इंसान की जरूरत अलग होती है, इसलिए रोटी खाने की संख्या भी एक जैसी नहीं हो सकती। यह आपकी उम्र, सेहत, लाइफस्टाइल, आमदनी और शारीरिक गतिविधियों पर निर्भर करती है। जैसे, जवान और एक्टिव लोग बुजुर्गों से ज्यादा रोटियां खा सकते हैं, वहीं मेहनत करने वाले लोगों को ऑफिस में बैठकर काम करने वालों की तुलना में अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। अगर किसी को डायबिटीज, मोटापा या पाचन संबंधी बीमारी है, तो उनकी रोटी की मात्रा कम रखनी चाहिए। इसलिए यह कहना सही होगा कि रोटी की मात्रा हर व्यक्ति के शरीर और जीवनशैली के हिसाब से तय करनी चाहिए।

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पुरुषों और महिलाओं के लिए रोटी की सही संख्या

पुरुषों और महिलाओं की ऊर्जा की जरूरत अलग होती है, इसलिए उनकी रोटी की मात्रा भी अलग मानी जाती है। एक स्वस्थ और सामान्य पुरुष को दिनभर में लगभग 6 से 8 रोटियां खाना सही माना जाता है, जबकि जो लोग ज्यादा शारीरिक मेहनत करते हैं, वे 8 से 10 रोटियां भी खा सकते हैं। वहीं महिलाओं के लिए रोजाना 4 से 6 रोटियां पर्याप्त होती हैं, लेकिन गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान उनकी जरूरत बढ़ सकती है और डॉक्टर की सलाह से यह मात्रा 6 से 7 रोटियों तक हो सकती है।

वजन घटाने वालों के लिए रोटी की मात्रा

अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो रोटियों की संख्या और भी सीमित करनी पड़ती है। ऐसे लोगों को दिनभर में अधिकतम 3 से 4 रोटियां ही खानी चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि रोटी के साथ पर्याप्त मात्रा में सलाद, हरी सब्जियां और प्रोटीन भी लें, ताकि पेट भरा रहे और कैलोरी ज्यादा न बढ़े। सफेद आटे की बजाय मल्टीग्रेन या बाजरे-ज्वार की रोटियां वजन घटाने में ज्यादा फायदेमंद मानी जाती हैं।

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आटे का चुनाव भी जरूरी

रोटी कितनी खाई जाए यह तो अहम है ही, लेकिन किस आटे की रोटी खाई जा रही है यह भी उतना ही जरूरी है। अगर आप सिर्फ गेहूं का आटा खाते हैं तो उसमें फाइबर कम होता है और लंबे समय तक यह सेहत के लिए पर्याप्त नहीं माना जाता। इसके बजाय मल्टीग्रेन आटा, जिसमें गेहूं, जौ, ज्वार, बाजरा, रागी और ओट्स जैसे अनाज मिलाए गए हों, ज्यादा फायदेमंद होता है। ऐसे आटे की रोटियां न सिर्फ स्वादिष्ट होती हैं बल्कि इनमें फाइबर, प्रोटीन और मिनरल्स भी ज्यादा होते हैं। जिन लोगों की आमदनी अच्छी है, वे आसानी से इन हेल्दी विकल्पों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

रोटी हमारे रोजमर्रा के खाने का अहम हिस्सा है, लेकिन इसकी मात्रा हर व्यक्ति के लिए अलग होती है। सामान्य तौर पर एक स्वस्थ वयस्क के लिए 5 से 7 रोटियां सही मानी जाती हैं। पुरुषों और महिलाओं के लिए यह संख्या अलग होती है और वजन कम करने या बीमारियों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह से इसे और सीमित किया जा सकता है। रोटी के साथ हमेशा दाल, सब्जियां, फल और प्रोटीन जैसी संतुलित चीजें शामिल करें ताकि आपकी डाइट पूरी तरह से सेहतमंद और पोषण से भरपूर बनी रहे।


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Content Writer

Vandana

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