किश्तवाड़ में बादल फटने से मचा हड़कंप, सामने आई डराने वाली वीडियो

punjabkesari.in Thursday, Aug 14, 2025 - 03:24 PM (IST)

नारी डेस्क: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले से एक बेहद डरावनी और दुखद खबर सामने आई है। जिले के चशोती इलाके में अचानक बादल फटने (Cloudburst) की घटना ने पूरे इलाके में तबाही मचा दी। चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है, कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और लोगों की जान को खतरा पैदा हो गया है।

क्या हुआ है किश्तवाड़ में?

शनिवार सुबह अचानक बादल फट गया जिससे तेज़ बारिश के साथ फ्लैश फ्लड आया। इससे इलाके में भारी चीख-पुकार मच गई और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कई लोग फंस गए हैं और कुछ लोगों के घायल होने की आशंका भी जताई जा रही है। एक वीडियो में दिख रहा है कि एक कार बाढ़ में फंस गई है, जबकि आसपास का पूरा इलाका गंदे पानी और मलबे से भर गया है।

 राजौरी और मेंढर में भी संकट

किश्तवाड़ के अलावा कश्मीर के राजौरी और मेंढर इलाके से भी बादल फटने की खबरें सामने आ रही हैं। इन इलाकों में भी भारी बारिश और पानी का बहाव देखा जा रहा है। प्रशासन हर जगह अलर्ट मोड पर है।

 प्रशासन ने शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन

घटना के तुरंत बाद केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने किश्तवाड़ के डीसी पंकज शर्मा से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली। साथ ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। ABABEEL वॉलंटियर्स राहत कार्यों में सक्रिय हो गए हैं।  9 एंबुलेंस मौके पर भेजी गई हैं ताकि ज़रूरतमंदों को तुरंत मदद मिल सके।  लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और ज़रूरी सामान मुहैया कराया जा रहा है।

चशोती में जनहानि की आशंका

चशोती गांव, जहां बादल फटा है, वहां कई लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। अब तक किसी मौत की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हालात गंभीर हैं और प्रशासन हर संभव मदद में जुटा हुआ है।

 डरावने वीडियो वायरल

इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर हर कोई सकते में है। बहते हुए पानी में फंसी गाड़ियां, डरे हुए लोग और तबाही का मंजर इन वीडियो में साफ देखा जा सकता है।  सावधानी जरूरी, प्रशासन ने जारी की चेतावनी प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों से दूर रहने, ऊंचे स्थानों पर शरण लेने और अफवाहों से बचने की अपील की है। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।

किश्तवाड़ की यह घटना एक बार फिर हमें बताती है कि प्राकृतिक आपदाएं कभी भी आ सकती हैं। ज़रूरत है सतर्क रहने की और संकट की घड़ी में एक-दूसरे की मदद करने की।  


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Content Editor

Priya Yadav

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