ये दवाई खाई तो होगा किडनी को नुकसान, हल्के में ना लें Kidney Damage का पहला संकेत

punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2024 - 04:47 PM (IST)

नारी डेस्कः किडनी फेलियर (Kidney Failure) और किडनी इंफैक्शन (Kidney Infection) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। किडनी में बढ़ते इंफेक्शन और फेलियर के मामले की वजह खान-पान खराब होना, प्रदूषण और बिगड़ा लाइफस्टाइल ही हैं। जो लोग हाई ब्लड प्रैशर, शुगर के मरीज हैं या ज्यादा दवाइयों का सेवन करते हैं उन्हें किडनी डैमेज का खतरा ज्यादा रहता है। वहीं घंटों यूरिन को रोके रखने से भी कि़डनी को नुकसान पहुंचता है। अब यहां तक सवाल ये है कि हम अपनी किडनी को स्वस्थ कैसे रखें तो चलिए आपको किडनी हैल्थ के बारे में बताते हैं। आसान स्टेप में बताए तो किडनी को हैल्दी रखना है तो पानी ज्यादा पीएं जो भी खाएं हैल्दी खाए, शराब का सेवन करने से बचे और फिजिकल एक्टिविटी जरूर बनाए रखें। अगर आपको पहले से ही किडनी संबंधी समस्या है तो आपको डाक्टरी सलाह लेनी बहुत जरूरी है। 

किडनी खराब होने के पहले संकेत Kidney Damage First Signs

आमतौर पर आपको किडनी की बीमारी के शुरुआती लक्षण बहुत कम दिखते हैं। जब आपको लक्षण दिखने लगते हैं तो सबसे पहले कुछ गड़बड़ होने का संकेत आपके हाथों और पैरों में सूजन, त्वचा में खुजली या बार-बार पेशाब आने से हो सकती है।

बार-बार पेशाब आना: किडनी की समस्याओं के शुरुआती लक्षणों में बार-बार पेशाब आना एक मुख्य लक्षण है। मरीज को ये परेशानी ज्यादातक रात में ही होती हैं।
कम पेशाब आना: दूसरी ओर कुछ लोगों को यूरिन बहुत कम आता है, जिसका सीधा संबंध किडनी की समस्या से होता है।

इसके अलावा ज्यादा थकान महसूस होना, सिर दर्द, कमर की पसलियों के नीचे के हिस्से में दर्द, भूख कम लगना या ब्लड प्रैशर बढ़ना ये भी किडनी डैमेज के प्रमुख लक्षणों में से एक हो सकता है। 

क्या हैल्दी फूड खाने से किडनी की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है? Healthy Foods for Your Kidneys

बहुत से लोगों के मन में यह सवाल भी रहता है कि क्या एक बार किडनी डैमेज हो जाए तो हैल्दी लाइफस्टाइल अपना कर और हैल्दी खाना खाकर इसे ठीक किया जा सकता है तो बता दें कि किडनी की देखभाल के लिए स्वस्थ आहार आवश्यक है लेकिन एक बार किडनी डैमेज होने के बाद इसे ठीक नहीं किया जा सकता हालांकि यह किडनी की बीमारी की प्रगति को धीमा कर देता है। इसके लिए ज्यादा स्टीक जानकारी आपको किडनी स्पैशलिस्ट से ही मिलेगी।  किडनी डैमेज होने के बाद किडनी ट्रांसप्लांट ही सबसे बेस्ट इलाज में शामिल रहता हैलेकिन इसमें बड़ी सर्जरी और जीवन भर दवाइयां (इम्यूनोसप्रेसेंट्स) लेना शामिल है। लगभग 90% प्रत्यारोपण कम से कम 5 वर्षों तक चलते हैं।

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कुछ दवाइयों का ज्यादा सेवन खराब कर सकता है किडनी?

कुछ दवाइयों का ज्यादा सेवन करने से भी किडनी खराब हो सकती है।अगर आप एस्पिरिन, नेप्रोक्सन और इबुप्रोफेन जैसी ओवर-द-काउंटर दवाइयों का अधिक मात्रा में सेवन करते हैं, तो आपकी किडनी खराब हो सकती है।  बात किए बिना रोजाना या नियमित रूप में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इनके सेवन से पहले डाक्टरी सलाह जरूर लें। 

क्या ज़्यादा पानी पीने से किडनी स्टोन से बचा जा सकता है?

पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से पथरी बनाने वाले पदार्थों को पतला करके, उन्हें किडनी से बाहर निकाल कर किडनी स्टोन को रोकने में मदद मिल सकती है।

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क्या किडनी की सभी बीमारियों से बचा जा सकता है?

किडनी की सभी बीमारियों को रोका नहीं जा सकता लेकिन स्वस्थ जीवन शैली अपनाने, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रैशर को कंट्रोल में रखकर किडनी की समस्याओं का खतरा काफी कम हो सकता है।

क्यों है किडनी की देखभाल ज़रूरी ? Kidney Health Care

अपशिष्ट बाहर निकालना: किडनी खून से बेकार चीजों, विषैले पदार्थों और अतिरिक्त चीजों को छांटकर शरीर से बाहर निकालती है।

फ्लूइड संतुलन: किडनी हमारे खून में पानी और जरूरी मिनरल्स जैसे पोटैशियम, सोडियम और कैल्शियम का सही संतुलन बनाए रखती है, ताकि शरीर में फ्लूइड्स सही मात्रा में रहें।

एसिड-बेस संतुलन: किडनी शरीर के एसिड और बेस का संतुलन बनाए रखने में मदद करती है, जिसे हम PH संतुलन भी कहते हैं।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल: किडनी एक हार्मोन बनाती है जिसे रेनिन कहते हैं, जो हमारे रक्तचाप को नियंत्रित करता है।

रेड ब्लड सेल्स का निर्माण: किडनी एक और हार्मोन बनाती है जिसे एरिथ्रोपोइटीन कहा जाता है। यह हार्मोन हमारी हड्डियों के अंदर रेड ब्लड सेल्स बनाने में मदद करता है।

विटामिन D: किडनी विटामिन D को एक्टिव करती है, जो हमारी हड्डियों और कैल्शियम के सही स्तर को बनाए रखने में जरूरी होता है।

खून का फिल्ट्रेशन: किडनी हर दिन लगभग 120-150 लीटर खून छानती है, ताकि बेकार चीजों को बाहर निकाला जा सके और खून की गुणवत्ता अच्छी बनी रहे।

इस तरह किडनी हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए कई जरूरी काम करती है।

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किडनी से जुड़ी समस्याएं (Kidney Se Judi Problems )

किडनी से जुड़ी बहुत सारी समस्याएं हो सकती है। जैसेः
किडनी में स्टोन होना।
किडनी का कैंसर
यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण (यूटीआई)
किडनी में संक्रमण (पायलोनेफ्राइटिस)
क्रोनिक किडनी डिसीज़ (CKD)
एक्यूट किडनी इंजरी (AKI)
ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस
पॉलीसिस्टिक किडनी डिसीज़ (PKD)
नेफ्रोटिक सिंड्रोम
रीनल आर्टरी स्टेनोसिस

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किडनी को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाने के टिप्स (Kidney Ko Healthy Kaise Rakhe )

ज्यादा पानी पीएं हाइड्रेट रहे

किडनी हैल्दी रखनी है तो पानी ज्यादा पीएं। इससे शरीर में से सारे टॉक्सिंस यूरिन के रास्ते बाहर निकलते जाएंगे। इससे किडनी स्टोन बनने का खतरा भी कम रहेगा। रोज़ाना 8-10 गिलास पानी पीना किडनी के फंक्शन के लिए उपयुक्त होता है।

ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रखें

उच्च ब्लड प्रेशर किडनी की बीमारियों का मुख्य कारण है। अपने ब्लड प्रेशर को नियमित रूप से जांचते रहें और इसे कंट्रोल में रखने के लिए कम सोडियम वाला खाना खाएं, एक्सरसाइज करें, तनाव को कम करें और अगर जरूरत हो तो दवाएं लें। किसी भी परेशानी के लिए डॉक्टर से सलाह लें।

ब्लड शुगर को मॉनिटर करें

अगर आपको डायबिटीज है तो ब्लड शुगर का स्तर जांचना और उसे कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है। अनियंत्रित डायबिटीज समय के साथ किडनी को नुकसान पहुंचा सकती है। डॉक्टर की सलाह से दवाएं, डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करें ताकि किडनी को बचाया जा सके।

स्वस्थ आहार अपनाएं

किडनी की अच्छी देखभाल के लिए संतुलित और पोषक आहार बहुत जरूरी है। फलों, सब्जियों, होल ग्रेन, लीन प्रोटीन और अच्छे फैट से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। प्रोसेस्ड फूड, ज्यादा नमक वाले स्नैक्स, शुगर ड्रिंक्स और ज्यादा रेड मीट से बचना चाहिए क्योंकि ये किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं और किडनी से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकते हैं।

नमक का सेवन कम करें

ज्यादा नमक खाने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जो किडनी की बीमारियों का एक बड़ा कारण है। इसलिए प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड से परहेज करना चाहिए क्योंकि उनमें अक्सर ज्यादा सोडियम होता है, जो किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है।

धूम्रपान और ज्यादा शराब से बचें

किडनी की समस्याओं का एक बड़ा कारण धूम्रपान और शराब का अत्यधिक सेवन है। धूम्रपान किडनी में खून का प्रवाह कम कर देता है और उनकी कार्यक्षमता को कमजोर कर देता है। इसी तरह, ज्यादा शराब पीने से डिहाइड्रेशन होता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचाता है।

नियमित व्यायाम करें

नियमित शारीरिक गतिविधि आपकी सेहत और किडनी दोनों के लिए फायदेमंद है। व्यायाम से मधुमेह, ब्लड प्रेशर और एनीमिया जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है, जो किडनी को प्रभावित कर सकती हैं। इसके अलावा, यह ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है और वज़न को भी सही रखता है।

स्ट्रैस ना लें

किडनी की सेहत के लिए मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जरूरी है। ज्यादा तनाव आपकी किडनी और पूरे शरीर पर बुरा असर डाल सकता है। ध्यान, पसंदीदा गतिविधियों में शामिल होना, दोस्तों से मिलना या जरूरत पड़ने पर प्रोफेशनल की मदद लेना तनाव को मैनेज करने के अच्छे तरीके हैं।

विशेषज्ञ की सलाह

अगर आपको किडनी से जुड़ी कोई समस्या है, तो रजिस्टर्ड डाइटीशियन या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से सलाह लें। वे आपकी चिकित्सा आवश्यकताओं के हिसाब से डाइट प्लान तैयार कर सकते हैं। अगर आपकी किडनी की समस्या गंभीर है, तो आपका डॉक्टर आपको नेफ्रोलॉजिस्ट के पास भेज सकता है।

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किडनी स्वास्थय के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा कौन सी है? (Kidney Ke Liye AyurVedic Medicine) 

किडनी की सेहत को बेहतर बनाने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और दवाएं बेहद प्रभावी हो सकती हैं। यहां कुछ प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों और दवाओं के बारे में जानकारी दी गई है जो किडनी की समस्याओं में उपयोगी मानी जाती हैं:

गिलोय: गिलोय का इस्तेमाल आमतौर पर बुखार, डेंगू, और गठिया जैसी बीमारियों में किया जाता है, लेकिन यह किडनी के लिए भी लाभकारी है। गिलोय में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो किडनी की कार्यक्षमता को सुधार सकते हैं। इसे क्रोनिक किडनी डिजीज (CKD) में भी उपयोगी माना जाता है।

पुनर्नवा: पुनर्नवा किडनी के लिए एक प्रभावी जड़ी-बूटी मानी जाती है। इसमें डाइयुरेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और किडनी की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह किडनी की समस्याओं से राहत दिलाने में मददगार हो सकती है।

चंदन: आयुर्वेद में चंदन का उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है, और यह किडनी के लिए भी लाभदायक है। इसका सेवन करने से किडनी की कार्यक्षमता में सुधार हो सकता है और किडनी की बीमारियों से राहत मिल सकती है।

गोक्षुरा (गोखरू): गोक्षुरा का किडनी के रोगों में विशेष महत्व होता है। यह किडनी स्टोन, यूरिक एसिड और क्रिएटिनिन के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक है। इसके सेवन से किडनी स्टोन के खतरे को कम किया जा सकता है और क्रोनिक किडनी रोग में आराम मिल सकता है।

वरुण: वरुण जड़ी-बूटी का उपयोग किडनी की बीमारियों के इलाज में प्रभावी माना जाता है। इसका पाउडर या जूस किडनी स्टोन और क्रोनिक किडनी रोग में फायदेमंद हो सकता है। इसे नियमित रूप से लेने से किडनी की सेहत में सुधार आ सकता है।

हालांकि, इन सभी जड़ी-बूटियों का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें, ताकि ये आपके शरीर के लिए सुरक्षित और उपयुक्त हों।


 


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Content Writer

Vandana

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