पेरेंट्स को केरल हाई कोर्ट की नसीहत-  Swiggy-Zomato की बजाय बच्चों को खिलाएं घर का खाना

punjabkesari.in Wednesday, Sep 13, 2023 - 11:41 AM (IST)

केरल उच्च न्यायालय ने पोर्नोग्राफी मामले में कुछ ऐसी टिप्पणी की है जो चर्चा में बनी हुई है। कोर्ट का कहना है कि  अकेले अश्लील तस्वीरें या वीडियो देखना कानून के तहत अपराध नहीं है क्योंकि यह किसी व्यक्ति की निजी पसंद की बात है। इसके साथ ही कोर्ट ने माता- पिता को यह भी सलाह दी है कि वह  Swiggy-Zomato की बजाय बच्चों को घर का खाना खिलाएं। 

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अश्लील वीडियो देखने के आरोप में पकड़ा गया एक शख्स

न्यायमूर्ति पी. वी. कुन्हिकृष्णन ने भारतीय दंड संहिता की धारा 292 के तहत 33 वर्षीय व्यक्ति के खिलाफ दर्ज अश्लीलता के मामले को रद्द करते हुए यह टिप्पणी की। पुलिस ने 2016 मेंअलुवा महल में सड़क किनारे अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखते हुए उस व्यक्ति को पकड़ा था। आरोपी व्यक्ति ने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी और उससे संबंधित अदालती कार्यवाही को रद्द करने के लिए याचिका दायर की थी, जिसपर यह फैसला आया है। 

 

कोर्ट ने  ‘पॉर्नोग्राफी' देखने को नहीं माना अपराध

अदालत ने कहा कि ‘पॉर्नोग्राफी' सदियों से प्रचलन में है और नये डिजिटल युग ने इसे बच्चों के लिए भी अधिक सुलभ बना दिया है। अदालत ने कहा-“इस मामले में सवाल यह था कि अगर कोई व्यक्ति अपने निजी समय में किसी और को दिखाए बिना अश्लील वीडियो देखता है, तो क्या यह अपराध है? अदालत यह घोषित नहीं कर सकती कि यह अपराध की श्रेणी में आता है। इसका केवल एक कारण है कि यह उसकी निजी पसंद है और इसमें हस्तक्षेप करना उसकी निजता में दखल देने के समान है।”

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मां- बाप को कोर्ट ने दी यह नसीहत

इसके साथ ही कोर्ट ने अपने आदेश में कहा-  बच्चों को 'स्विगी, जोमैटो से ऑर्डर करने के बजाय मां द्वारा पकाया गया स्वादिष्ट भोजन खाने दें.'। कोर्ट का कहना है कि- "बच्चों को अपने खाली समय में क्रिकेट या फुटबॉल या अन्य खेल खेलने दें जो उन्हें पसंद हैं, और घर वापस आकर उन्हें 'स्विगी, जोमैटो से ऑर्डर करने के बजाय मां के भोजन की मंत्रमुग्ध कर देने वाली खुशबू का आनंद लेने दें। 

 

कोर्ट ने चेतावनी नोट भी किया जारी 

पीठ ने कहा- स्वस्थ युवा पीढ़ी के लिए यह आवश्यक है, जिन्हें भविष्य में हमारे देश की आशा की किरण बनना है।  इस बीच, न्यायाधीश ने माता-पिता के लिए अपने नाबालिग बच्चों को उचित पर्यवेक्षण के बिना मोबाइल फोन देने से जुड़े संभावित खतरों के बारे में एक चेतावनी नोट भी जारी किया।

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बच्चों को पोर्न देखने से कैसे बचाएं


-बच्चों के डिवाइस पर पोर्न ब्लॉक करना चाहते हैं, तो फैमिली लिंक सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।

-खाली दिमाग शैतान का होता है, बच्चे को बीजी रखें  उसके साथ खेलें, बातें करें, रिसर्च और नई तकनीकों के बारे में बात करें।

-बच्चों के टीचर और स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन से बात करें और स्कूल में सेक्स एजुकेशन दिए जाने पर जोर दें।

- बच्चों को समझाएं कि ये देखना गलत है और ये उनके काम की चीज नहीं है। 

-अपने बच्चे से पूछें कि उसने स्क्रीन पर जो कुछ देखा है, क्या उसके बारे में उसके पास कोई सवाल है। 


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Content Writer

vasudha

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