वैवाहिक जीवन में नहीं हैं खुशियां, तो करवा चौथ पर चुपचाप कर लें ये काम
punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 04:44 PM (IST)

नारी डेस्क: करवा चौथ भारतीय परंपरा का एक ऐसा पर्व है जो पति-पत्नी के रिश्ते को और गहरा और मजबूत बनाने के लिए खास माना जाता है। यह सिर्फ उपवास और चाँद देखने का त्योहार नहीं है, बल्कि इसमें छिपा है रिश्ते की मजबूती और भावनात्मक जुड़ाव। इस दिन कुछ वास्तु नियमों का पालन करने से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी और आपका वैवाहिक जीवन मजबूत होगा। जानिए करवा चौथ से जुड़े कुछ वास्तु नियम-

शुक्रवार का दिन सबसे शुभ
करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर किया जाता है। इस साल यह व्रत 10 अक्टूबर को रखा जाएगा। शुक्रवार होने केचलते इस दिन का और महत्व बढ़ जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसे में करवा चौथ के मौके पर पति-पत्नी मिलकर पूजा करेंगे तो वैवाहिक जीवन में प्यार और आपसी समझ बढ़ेगी।
राधा-कृष्ण की पूजा
मान्यता है कि राधा-कृष्ण की संयुक्त पूजा करने से पति-पत्नी के बीच कभी प्रेम की कमी नहीं आती। इस दिन राधा-कृष्ण को फूल और मिठाई अर्पित करें। इस दिन देवी-देवताओं को सुगंधित फूल चढ़ाएं। यह दांपत्य जीवन में शांति और मधुरता लाता है।
माता पार्वती की आराधना
विवाहित महिलाओं को इस दिन गौरी मां (माता पार्वती) की पूजा करनी चाहिए। माता पार्वती का आशीर्वाद दांपत्य जीवन को सुखी और प्रेममय बनाता है। पति-पत्नी संध्या के समय घर में पूर्व दिशा की ओर मुख करके एक दीपक जलाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा और आपसी सामंजस्य बना रहता है।
कमल का फूल और गुलाब
पूजा के दौरान कमल का फूल और गुलाब का फूल पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता लाता है। गुलाब प्रेम का प्रतीक होता है, और इसे घर में या पूजा में रखने से रिश्ते में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।ध्यान रखें कि वैवाहिक जीवन को खुशहाल और प्रेममय बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है विश्वास, आपसी संवाद और एक-दूसरे का सम्मान । इन छोटे-छोटे धार्मिक उपायों से रिश्ते और भी मजबूत और प्रेमपूर्ण हो सकते हैं।