भारत में महिलाओं के प्रति बढ़ते क्राइम पर बोली कंगना - बलात्कारियों को चौराहों पर हो फांसी
punjabkesari.in Sunday, Jan 10, 2021 - 10:35 AM (IST)
कंगना रनौत हमेशा से ही अपने बेबाक बयान की वजह से जानी जाती है। कोई भी ऐसा मुद्दा नहीं होता है जिसपर उन्होंने खुल कर अपनी राय न रखी हो। चाहे कोई भी सामाजिक मुद्दा हो या फिर फिल्म इंडस्ट्री की बात हो कंगना अपने बयान रखने से पीछे नहीं हटती है। वहीं अब कंगना ने हमारे देश के कानून और महिलाओं के लिए आवाज उठाई है। कंगना की मानें तो हमारे देश में अत्याचार को बढ़ावा मिल रहा है और इसका कारण है कि हमारे देश का लॉ सिस्टम काफी पुराना है।
न्याय मिलने में लगते हैं कईं साल : कंगना
दरअसल कंगना ने हाल ही में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा ,' महिलाओं के खिलाफ अत्याचार को प्रोत्साहन सिर्फ दकियानूसी पुराने कानून प्रणाली से मिलती है। चीजें फाइल में जाती रहती हैं और न्याय मिलने में कईं साल लग जाते हैं। इसके अलावा पुलिस और कानून विक्टिम का शोषण करती है। कोई आरोप लगाता है तो पीड़िता पर ही सबूत देने का दबाव बना रहता है। शोषण होता है कि कहां पर पीड़िता को हाथ लगाया हाथ घुटने पर था या कंधे पर था। कई सालों तक आपको यही साबित करना पड़ता है और इसलिए लोग इससे बचते हैं पुलिस में शिकायत दर्ज कराने से लेकिन वहीं इससे आरोपी बच जाते हैं।'
सऊदी अरब की तरह कड़ी सजा देने की मांग
#WATCH | In countries like Saudi Arabia, those who commit crimes against women are hanged to death at intersections. We need to set similar examples here: Actor Kangana Ranaut, on asked about the solution to atrocities against women, in Bhopal pic.twitter.com/ayLeWiwbCM
— ANI (@ANI) January 9, 2021
कंगना ने आगे बातचीत में कहा ,' कईं ऐसे देश हैं जैसे कि सऊदी अरब जैसे कई देश हैं जहां दोषियों को सीधे चौराहों पर लटका दिया जाता है। मुझे तो लगता है कि ऐसे ही गैंग रेप के मामले में अगर हम ऐसे 5-6 उदाहरण पेश करने चाहिए तभी इस पर अंकुश नहीं लगेगा। कंगना ने आगे कहा लोग छोटे-मोटे मामले जैसे प्रेम प्रसंग टूटने में भी गुस्सा निकालने के लिए ऐसी घिनौनी हरकतों पर उतर आते हैं।'
आपको बता दें कि यह कोई पहली दफा नहीं है कि कंगना ने इस तरह से बेबाक होकर आवाज उठाई है। बल्कि वह तो कोई मुद्दा नहीं छोड़ती है और हमेशा से अपने बेबाक बयानों के कारण चर्चा में रहती हैं।