देश की आजादी को लेकर कंगना का नया पोस्ट, बोली- अंग्रेजों ने अपनी मर्जी से छोड़ा भारत

punjabkesari.in Sunday, Nov 14, 2021 - 01:40 PM (IST)

भारत की आजादी को “भीख” बताने पर लोगों की आलोचना झेल रहीं अभिनेत्री कंगना रनौत अब भी अपने बयानों पर विराम नहीं लगा रही है। अपने पहले बयान पर कायम कंगना ने भारत के विभाजन पर भी सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने पूछा कि- अगर अंग्रेजों ने अपराध किए थे, तो क्या हमने कोई केस किया? क्या हमने उनके खिलाफ कोई एक्शन लिया, जिन्होंने देश को बांट दिया।  कंगना का कहना है कि- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अंग्रेजों ने अपनी मर्जी से भारत छोड़ दिया था। 

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इंस्टाग्राम पर लिखा लंबा चौड़ा पोस्ट


बॉलीवुड क्वीन ने एक इंस्टाग्राम पर एक  लेख का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा- यह 2015 में प्रकाशित एक लेख है, जिसमें तर्क दिया गया है कि ब्रिटेन भारत के लिए कोई  क्षतिपूर्ति नहीं करता है। अब आप बताइए कि ये गोरे उपनिवेशवादी या उनके हमदर्द आज के जमाने में इस तरह की बकवास से क्यों और कैसे दूर हो सकते हैं? अगर आप इसका पता लगाने की कोशिश करते हैं, तो इसका जवाब मेरे भीख वाले बयान में है। 

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क्या मरने वालों को आजादी मिली?: कंगना 

कंगना ने आगे लिखा कि- द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, अंग्रेजों ने अपनी शर्तों पर भारत को छोड़ दिया। विंस्टन चर्चिल को युद्ध नायक के रूप में उस वक्त सम्मानित किया गया, यह वही व्यक्ति था जो बंगाल के अकाल के लिए जिम्मेदार था। क्या अंग्रेजों द्वारा किए गए अपराधों के लिए स्वतंत्र भारत की अदालतों में कभी उनके खिलाफ मुकदमा चलाया गया था? तो जवाब मिलेगा नहीं’।   एक अंग्रेज श्वेत व्यक्ति सिरिल रैडक्लिफ, जो पहले कभी भारत नहीं आया था, केवल 5 सप्ताह में विभाजन की रेखा खींचने के लिए अंग्रेजों द्वारा भारत लाया गया। कांग्रेस और मुस्लिम लीग दोनों ही उस समिति के सदस्य थे, जिसने अंग्रेजों द्वारा खींची गई विभाजन रेखा की शर्तों को तय किया, जिसका परिणाम ये हुआ कि लगभग 10 लाख लोग मारे गए. अब बताए कि क्या दुखद रूप से मरने वालों को आजादी मिली?

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स्वतंत्रता सेनानियों का हुआ अनादर: कंगना 

कंगना अभी कहां रुकने वाली थी उन्होंने आगे लिखा- ‘स्वतंत्र भारत के लिए अपनी जान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को क्या पता था कि ब्रिटिश और हमारे राष्ट्र निर्माता अविभाजित भारत को दो हिस्सों में बांट देंगे, जिसके परिणामस्वरूप 10 लाख लोगों का नरसंहार होगा? आखिर में मैं यह कहकर अपनी बात समाप्त करना चाहती हूं कि यदि हम भारत में किए गए असंख्य अपराधों के लिए अंग्रेजों को जिम्मेदार नहीं ठहराते हैं, तब भी हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों का अनादर कर रहे हैं. जय हिंद.। 

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इस बयान से मचा बवाल

अक्सर अपनी भड़काऊ टिप्पणियों को लेकर चर्चा में रहने वाली अभिनेत्री पर बयान वापस लेने का दबाव बढ़ता जा रहा है। उन्होंने  एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि भारत को ‘‘1947 में आजादी नहीं, बल्कि भीख मिली थी’’ और ‘‘जो आजादी मिली है वह 2014 में मिली'’, जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई। इस बयान का जमकर विरोध किया जा रहा है। 


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Content Writer

vasudha

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