'एक पल के लिए भी नहीं सोई शहनाज़' जसलीन ने बताया सिद्धार्थ के घर का माहौल
punjabkesari.in Monday, Sep 06, 2021 - 11:52 AM (IST)
'बिग बॉस 13' के विनर एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला यूं चले जाएंगे किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा। 2 सितंबर की सुबह आईं सिद्धार्थ की मौत का खबर ने हर किसी को बुरी तरह हिलाकर रख दिया। इकलौते बेटे के जाने के बाद पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है। सिद्धार्थ अपने पीछे एक बूढ़ी मां और 2 बहनों को छोड़ गए हैं। ऐसे में सिद्धार्थ के परिवार को सांत्वना देने स्टार्स लगातार एक्टर के घर पहुंच रहे हैं।
बीते दिन बिग बॉस फेम जसलीन मथारू, सिद्धार्थ के परिवार से मिलने पहुंची थीं। इस दौरान जसलीन मथारू ने सिद्धार्थ की करीबी दोस्त शहनाज गिल से भी मुलाकात की। जसलीन ने मीडिया को बताया कि घर के इकलौते बेटे के जाने से मां और दोनों बहनें बुरी तरह टूट गईं हैं। जसलीन ने कहा- 'मैंने सिद्धार्थ शुक्ला के परिवार के साथ 2 घंटे का समय बिताया। सिद्धार्थ के परिवार का कोई भी सदस्य कुछ बोल पाने की हालत में नहीं है। सिद्धार्थ की मां बहुत बहादुर है। वो इस समय भी खुद को संभालने की कोशिश कर रही हैं। सिद्धार्थ के बारे में बात करते हुए उनकी मां की आंख में आंसू आ गए। वह बस यही कह रही थी वो चला गया। सिद्धार्थ की मां की बातें सुनकर मैं भी बहुत इमोशनल हो गई। उनकी बातें सोचकर ही मुझे रोना आ रहा है।'
जसलीन आगे कहती हैं, 'सिद्धार्थ शुक्ला की मौत ने उनको बुरी तरह तोड़ कर रख दिया है। सिद्धार्थ की बहनों का भी बुरा हाल है। उनके पास अब बोलने के लिए कुछ नहीं बचा है। मैंने शहनाज गिल से भी बात करने की कोशिश की। मैं उसे आवाजें लगा रही थी। शहनाज गिल ने मुझसे कोई बात नहीं की। वो बस गुमसुम बैठी थी। उसकी हालत वाकई बहुत खराब है। वो अपनी दुनिया में खो चुकी है। ऐसा लग रहा था जैसे उसे कुछ याद आ जाता था जैसे फ्लैश आते हैं वैसा एक दम। मैंने उसे कुछ खाने और कुछ देर सोने के लिए कहा।'
बता दें जैसे ही श्मशान घाट में सिद्धार्थ का पार्थिव शरीर लाया गया तो शहनाज सिद्धार्थ-सिद्धार्थ चिल्लाते हुए पीछे भागने लगी। शहनाज की ऐसी हालात देखकर हर किसी की आंखों में आंसू आ गए।हालांकि, ऐसे दुख भरे मौके पर शहनाज को उनके भाई शहबाज संभाल रहे हैं। शहनाज के पिता संतोख सिंह ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि उनकी फोन पर एक्ट्रेस से बात हुई थी और उनकी स्थिति बिल्कुल ठीक नहीं थी जिस वजह से शहबाज मुंबई के लिए रवाना हो गए थे, ताकि वह अपनी बहन का ख्याल रख सकें।