ISRO का नया कीर्तिमान, तकनीकी खामी को मिनटों में दूर कर की टेस्ट व्हीकल की सफल लॉन्चिंग
punjabkesari.in Saturday, Oct 21, 2023 - 12:20 PM (IST)
महत्वाकांक्षी गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम से जुड़े पेलोड के साथ उड़ान भरने वाले परीक्षण यान का शनिवार पूर्वाह्न 10 बजे सफल प्रक्षेपण किया गया। रॉकेट का प्रक्षेपण पहले शनिवार सुबह आठ बजे के लिए निर्धारित था, लेकिन बाद में इसे दो बार कुल 45 मिनट के लिए टाला गया। इसरो प्रमुख एस. सोमनाथ ने बताया कि किसी विसंगति के कारण प्रक्षेपण तय कार्यक्रम के अनुसार नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि टीवी-डी1 रॉकेट का इंजन तय प्रक्रिया के अनुसार चालू नहीं हो सका था।
#WATCH गगनयान (टीवी-डी-1) टेस्ट मिशन: क्रू एस्केप मॉड्यूल की सफल लैंडिंग के बाद ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने वैज्ञानिकों को बधाई दी। pic.twitter.com/yiIzNOunuq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 21, 2023
प्रक्षेपण रोके जाने का बताया कारण
इसके बाद, इसरो ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर कहा- ‘‘प्रक्षेपण रोके जाने के कारण का पता लगा लिया गया है और उसे दुरुस्त कर दिया गया है। प्रक्षेपण आज पूर्वाह्न 10 बजे हुआ।'' दो घंटे की देरी और टीवी-डी1 इंजन के शुरुआत में तय प्रक्रिया के तहत चालू नहीं हो पाने के बाद पैदा हुई घबराहट के बीच इसरो के वैज्ञानिकों ने रॉकेट का सटीक प्रक्षेपण किया।
वैज्ञानिकों ने तालियां बजाकर मनाया जश्न
यान के ‘क्रू मॉड्यूल' (जिसमें अंतरिक्ष यात्री सवार होंगे) एवं ‘क्रू एस्केप' (चालक दल बचाव प्रणाली) पृथक्करण का लक्ष्य हासिल करते ही श्रीहरिकोटा स्थित मिशन नियंत्रण केंद्र में सांसें थाम कर बैठे वैज्ञानिकों ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया। इसरो ने घोषणा की कि टीवी-डी1 मिशन पूरी तरह सफल रहा। तय योजना के अनुसार पेलोड बाद में समुद्र में सुरक्षित तरीके से गिर गए।
India launches its first Test Flight of Human Space Mission!🇮🇳🚀@isro launches #Gaganyaan's first test flight (TV-D1) today from the launch pad at SDSC-SHAR, Sriharikota.#GaganyaanMission #ISRO #ISROGaganyaanMission @PMOIndia @IndiaDST @DrJitendraSingh @ianuragthakur… pic.twitter.com/XoZdwFZ7pH
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) October 21, 2023
ये है इसराे का लक्ष्य
इसरो ने एकल-चरण तरल प्रणोदक वाले रॉकेट के इस प्रक्षेपण के जरिये मानव को अंतरिक्ष में भेजने के अपने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘गगनयान' की दिशा में आगे कदम बढ़ाया। इसरो का लक्ष्य तीन दिवसीय गगनयान मिशन के लिए मानव को 400 किलोमीटर की पृथ्वी की निचली कक्षा में अंतरिक्ष में भेजना और पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाना है। इसरो ने शुक्रवार को कहा था कि इस परीक्षण उड़ान की सफलता शेष परीक्षणों और मानवरहित मिशन के लिए आधार तैयार करेगी, जिससे पहला गगनयान कार्यक्रम शुरू होगा। गगनयान मिशन के पहले फ्लाइट टेस्ट का वीडियो भी सामने आया है. इसमें रॉकेट को आसमान में उड़ते हुए और अपने पीछे धुएं को छोड़ते हुए देखा जा सकता है.