भारत की दुआएं लाई रंग, यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी की सजा टाली
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 02:22 PM (IST)

नारी डेस्क: यमन में केरल निवासी नर्स निमिषा प्रिया की फांसी से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। यमन के अधिकारियों ने निमिषा प्रिया की फांसी की सजा टाल दी है। वकील ने यह जानकारी सांझा की है। निमिषा को 16 जुलाई 2025 यानी कल फांसी दी जानी थी। मगर अभी के लिए यह तारीख पोस्टपोन कर दी गई है, जिससे नर्स के परिवार ने राहत की सांस ली है।
2017 में निमिषा प्रिया ने की थी हत्या
बता दें कि सुन्नी मुस्लिम धर्मगुरु कंथापुरम ए. पी. अबूबकर मुसलियार यमन में फांसी की सजा का सामना कर रही भारतीय नर्स को बचाने के पक्ष में आगे आए हैं और उसे बचाने के लिए ‘हर संभव प्रयास' कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि मुसलियार (94) ने यमन में धर्मिक नेतृत्व के साथ बातचीत की है और वह मृतक तलाल अब्दो मेहदी के परिजनों के संपर्क में हैं। तलाल अब्दो मेहदी यमनी नागरिक था जिसकी भारतीय नर्स ने 2017 में कथित तौर पर हत्या कर दी थी।
2020 से काट रही है सजा
केरल निवासी नर्स निमिषा प्रिया को अपने यमनी व्यापारिक साझेदार मेहदी की हत्या करने के मामले में 16 जुलाई को फांसी की सजा दी जानी थी पलक्कड़ जिले की रहने वाली निमिषा प्रिया को 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी और 2023 में उसकी अंतिम अपील खारिज कर दी गई थी। वह वर्तमान में यमन की राजधानी सना की जेल में कैद है। इससे पहले दिन में केंद्र ने उच्चतम न्यायालय को सूचित किया कि 16 जुलाई को फांसी की सजा का सामना कर रही नर्स के मामले में सरकार कुछ खास नहीं कर सकती। अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणि ने न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को बताया कि सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
ये है मामला
निमिषा प्रिया पर आरोप है कि 2017 में यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी को नशे का ओवरडोज़ देकर उनकी हत्या की थी। हालांकि, निमिषा ने दावा किया कि उन्होंने आत्मरक्षा में यह कदम उठाया था, क्योंकि महदी ने उनका पासपोर्ट छीन लिया था और उन्हें प्रताड़ित किया था । लगता है निमिषा प्रिया बचाने के मामले में भारत सरकार, केरल सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मेहनत रंग लाई।