क्या AstraZeneca टीके से जमते हैं खून के थक्के? अब भारत भी करेगा वैक्सीन की समीक्षा

punjabkesari.in Monday, Mar 15, 2021 - 01:49 PM (IST)

कोरोना पर काबू पाने के लिए एक तरफ जहां वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर वैक्सीन को लेकर बहुत सारे सवाल भी उठ रहे हैं। हाल ही में एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन के बारे में ऐसी रिपोर्ट्स आईं कि इससे लोगों में खून के थक्के जमते हैं। जिसके बाद कुछ देशों ने इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि इस वैक्सीन के कारण कुछ लोगों में ब्लड क्लॉटिंग की समस्या भी सामने आई है जिसे लेकर बहुत से देशों ने इसपर चिंता जाहिर की है। वहीं अब इसी चिंता को देखते हुए भारत भी इस वैक्सीन की समीक्षा करेगा। फिलहाल भारत में 2 वैक्सीन का ही इस्तेमाल हो रहा है ।

भारत इसलिए भी वैक्सीन की समीक्षा करेगा क्योंकि इस प्रोजेक्ट में भारत की फार्मा कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी पार्टनर रही है और सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया इस वैक्सीन को 'कोविशील्ड' के नाम से बेच रही है। 

इन देशों ने लगाई रोक 

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बता दें कि जब वैक्सीन पर खून के थक्के जमा होने की खबरें आने लगी तो सबसे पहले डेनमार्क ने एस्ट्राजेनेका के टीके पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी थी जिसके बाद नार्वे, आइसलैंड और बुल्गारिया ने इस पर रोक लगाते हुए कदम उठाए थे। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन का भी सामने आया था बयान 

आपको बता दें कि इस मामले पर डब्ल्यूएचओ ने भी कहा थी कि वैक्सीन पर रोक लगाने का कोई कारण नहीं है। डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस की मानें तो उन्होंने कहा  था कि हां, हमें एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का इस्तेमाल जारी रखना चाहिए क्योंकि ऐसा कोई कारण नहीं है कि इसका उपयोग न किया जाए।

क्या है विशेषज्ञों का कहना?

कोविड-19 पर बने नैशनल टास्क फोर्स के सदस्य एन. के. अरोड़ा की मानें तो उन्होंने इस मामले में कहा कि, 'हम साइडइफेक्ट्स वाले सभी मामलों को करीब से देख रहे हैं खासकर गंभीर मामलों को जिसमें टीका लगने के बाद मौत या अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आई हो।' उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि भारत में वैक्सीन के साइडइफेक्ट्स के मामले बहुत ही कम हैं। हम अब साइडइफेक्ट्स वाले मामलों में यह देख रहे हैं कि क्या खून का थक्का जमने जैसी भी कोई बात है या नहीं।'

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एस्ट्राजेनेका ने भी दी थी सफाई 

इस बढ़ते मामले पर एस्ट्राजेनेका ने भी सफाई दी और बचाव में कहा कि इस का कोई सबूत नहीं है कि इसके प्रयोग के बाद खून का थक्का जमे या ऐसा कोई खतरा हो। वहीं ब्रिटेन सरकार का भी यही कहना है कि उसके यहां लोगों में खून का थक्का बनने से जुड़ी कोई सूचना नहीं मिली है। बता दें कि ब्रिटेन में एस्ट्राजेनेका टीके की 1.1 करोड़ से ज्यादा खुराकें लोगों को दी गई है। वहीं ब्रिटेन के ड्रग कंट्रोलर ने भी कहा कि एस्ट्राजेनेका के टीके के कारण लोगों में खून के थक्का बनने की कोई सूचना नहीं मिली है। 


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Content Writer

Janvi Bithal

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