मां ने कहां- कुछ दिन रुक जाते बेटा... और बेटे ने कैंसल करवा दिया टिकट, मां की गुहार ने बचाई जान

punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 02:02 PM (IST)

 नारी डेस्क: अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार दोपहर उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस भयानक हादसे में 270 से अधिक लोग मारे गए हैं। विमान में कुल 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। इस हादसे में एक यात्री ही जिंदा बच पाया है। हालांकि कुछ लोग ऐसी भी हैं, जिनकी किस्मत ने उन्हें इस दुर्घटना से बचा लिया।

मां की भावुक गुहार ने बचाई यमन की जान

वडोदरा के रहने वाले यमन व्यास के 12 जून को इसी फ्लाइट का टिकट था। वह लंदन में काम करते हैं और लगभग दो साल बाद छुट्टियां बिताकर वापस जा रहे थे। लेकिन फ्लाइट पकड़ने से पहले उनकी मां ने भावुक होकर कहा, "थोड़ा दिन और रुक जाते बेटा"। मां की यह बात सुनकर यमन पीछे हट गए और अपनी यात्रा रद्द कर दी। कुछ ही देर बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यमन ने कहा कि जब उन्हें हादसे की खबर मिली तो वे हैरान रह गए। उनकी मां ने उनकी जान बचाई।

PunjabKesari

अहमदाबाद के चांदलोडिया के रहने वाले जैमिनी (29 वर्ष) और प्रिया (25 वर्ष) पटेल भी उस फ्लाइट में सवार होने वाले थे। लेकिन उनके पास जरूरी दस्तावेज नहीं थे, इसलिए एयरलाइंस ने उन्हें बोर्डिंग की अनुमति नहीं दी। दोनों निराश होकर घर लौट आए। बाद में उन्हें इस हादसे की खबर मिली और उन्हें अपनी जान बचाने के लिए खुद पर यकीन नहीं हुआ।

PunjabKesari

ये भी पढ़ें: Iran-Israel War: ‘कई रातों से सो नहीं पाए हैं…’ फंसे भारतीय छात्र, घर लौटने को तरस रहे’

ट्रैफिक जाम ने बचाई भूमि चौहान की जान

ब्रिटेन में रहने वाली भूमि चौहान अहमदाबाद के भारी ट्रैफिक में फंस गईं, जिसकी वजह से वह विमान पकड़ने के लिए एयरपोर्ट समय पर नहीं पहुंच सकीं। केवल 10 मिनट की दूरी उन्हें इस हादसे से बचाने के लिए काफी रही। भूमि इस किस्मत को लेकर भगवान का धन्यवाद कर रही हैं।

विमान में केवल एक यात्री बचा

अहमदाबाद के पास हुई इस दुर्घटना में सिविल अस्पताल में इलाज करा रहे विश्वकुमार रमेश ही एकमात्र जीवित यात्री हैं। वे विमान की 'ए11' सीट पर बैठे थे। विमान में 230 यात्री थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, एक कनाडाई और सात पुर्तगाली नागरिक शामिल थे।

PunjabKesari

हादसे में कई की मौत, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शिकार।इस हादसे में कुल 270 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस हादसे में जान गंवा बैठे हैं।

यह हादसा बहुत ही दर्दनाक और चौंकाने वाला है। यह हमें याद दिलाता है कि जिंदगी कितनी अनिश्चित है और किस्मत का कोई तोड़ नहीं। जो लोग बच गए, वे खुद को भाग्यशाली समझ रहे हैं।
 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static