कौन से 4 दिन में ही होती प्रेग्नेंसी कंसीव, Periods Date के हिसाब से समझें अपना 'ओवुलेशन टाइम'
punjabkesari.in Saturday, Aug 21, 2021 - 12:34 PM (IST)
प्रेगनेंसी कंसीव करने को लेकर अक्सर महिलाएं दुविधा में फंसी रहती हैं कि आखिर नार्मल कंसीव के लिए वह दिनों का चुनाव कैसे करें? अगर आप भी कंसीव करने के लिए अपने ओवुलेशन दिनों के बारे में जानना चाहती हैं तो इस वीडियो को शुरू से लेकर अंत तक ध्यान से सुनें व देखें। सबसे पहले ये बात जान लें कि हर महिला का ओव्युलेशन पीरियड्स अलग होता है जो पीरियड्स के सही चक्र पर निर्भर करता हैं जैसे कुछ महिलाओं को 24 दिन के बाद तो किसी को 28 दिन के बाद मासिक चक्र शुरू होता है। हर मासिक चक्र में 3 से 4 दिन ऐसे होते हैं जिसमें प्रैगनेंसी कंसीव होती हैं लेकिन ज्यादातर कपल्स गलती करते हैं, गलत समय में ट्राई करते हैं जिससे कंसीव नहीं हो पाता। आज हम आपको उन्हीं दिनों की कैलकुलेशन के बारे में बताएंगे लेकिन उससे पहले समझें की गर्भाधारण होता कैसे है?
जब पुरुष के शुक्राणु महिला के एग सेल से मिलते हैं तो फर्टिलिस एग गर्भाशय में एम्प्लांट हो जाता है। ऐसा होने के लिए शुक्राणु सेल का योनि से और गर्भाशय ग्रीवा के माध्यम से फैलोपियन ट्यूब में जाना जरूरी होता है। फर्टिलाइजेशन के बाद, ऐग सेल फैलोपियन ट्यूब के रास्ते से अंडाशय से गर्भाशय तक जाती है। यहां, यह खुद को गर्भाशय के अस्तर यानि यूट्रस लाइनिंग से जोड़ता है। पुरुष का स्पर्म 3 से 5 दिन तक जीवित रह सकता है इसलिए महिला इंटरकोर्स के 3 से 5 दिन बाद तक भी गर्भधारण कर सकती हैं जबकि महिला का ओवुलेशन 12 से 24 घंटे के बीच का ही रहता है।
ओव्यूलेशन यानि जब गर्भाशय एक जीवन देने वाले एग को रिलिज करता है। एक बार जब महिला का अंडाशय एक अंडा जारी करता है, तो यह शरीर में लगभग 12 से 24 घंटों तक रहता है जब यह शुक्राणु द्वारा फर्टिलाइज़ नहीं होता तो अपने आप मर जाता है यानि यह गर्भाशय के अस्तर (एंडोमेट्रियम) को बहा देता है जिसके कारण मासिक धर्म दो सप्ताह बाद होता है।
अब जानिए कंसीव करने का सही अनुमान...
आने वाली माहवारी से 12 से 14 दिन पहले महिला का ओव्युलेशन हो जाता है। मान लीजिए आपका पीरियड्स चक्र 28 दिन का और इस बार आपकी पीरियड्स डेट 1 नवंबर है और अगली बार पीरिड्स डेट 28 नवंबर होगी तो इस हिसाब से आपका ओव्युलेशन पीरियड्स 14 नवंबर होगा यानि कि कपल को 14 नवंबर से तीन दिन पहले और 1 दिन बाद यानि 11 से 15 नवंबर के बीच इंटरकोर्स करने से कंसीव होगा। मोटा-मोटा आप 9 से 16 नवंबर का एक हफ्ता लेकर चल सकते हैं लेकिन याद रहें कि यह कैलकुलेशन तभी फिक्स रहेगी जब आपके पीरियड डेट फिक्स होगी। जिन महिलाओं को पीरियड्स अनियमित होते हैं उनमें फर्टाइल दिन निकालने थोड़े मुश्किल हो जाते हैं। ऐसी महिलाओं को डाक्टर ओव्युलेशन मॉन्ट्रिंग की सलाह देते हैं इसलिए ग्यानाक्लोजिस्ट की सलाह लेनी बहुत जरूरी हो जाती है।
बस याद रखें कि महिला में ओव्युलेशन के तीन दिन पहले और 1 दिन बाद का ही दिन फर्टाइल यानि प्रजनन क्षमता के होते हैं। यदि आप गर्भधारण करने की योजना बना रही हैं तो आपको हफ्ते में दो या तीन बार इंटरकोर्स करने की सलाह दी जाती है। अपने ओव्यूलेशन के दिनों के ग्राफ को ध्यान में रखें और लक्षणों को देखें।