इन 5 लोगों को, तिल के सेवन से हो सकती है गंभीर बीमारी
punjabkesari.in Sunday, Jan 26, 2025 - 05:35 PM (IST)
नारी डेस्क: तिल एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। खासकर मकर संक्रांति जैसे त्योहारों पर तिल का महत्व बहुत बढ़ जाता है। तिल को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक दृष्टि से लाभकारी माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ खास लोगों के लिए तिल खाना हानिकारक हो सकता है? तिल में गर्मी होती है और यह शरीर में उष्णता पैदा करता है। ऐसे में कुछ लोगों को तिल के सेवन से बचना चाहिए। आइए जानते हैं कि वह कौन से लोग हैं जिन्हें तिल का सेवन नहीं करना चाहिए।
कब्ज के मरीज
तिल में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो आमतौर पर पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करता है। लेकिन जिन लोगों को कब्ज की समस्या है, उन्हें तिल का सेवन करने से बचना चाहिए। तिल की तासीर गर्म होती है और यह आंतों में अतिरिक्त बल्क पैदा कर सकता है, जो कब्ज को और बढ़ा सकता है। खासकर, तिल का अधिक सेवन कब्ज के मरीजों को पेट दर्द, गैस और सूजन जैसी समस्याएं दे सकता है।
गर्मी से परेशान लोग
जिन लोगों को गर्मी के मौसम में अधिक पसीना आता है या जिनके शरीर में अधिक उष्णता रहती है, उन्हें तिल का सेवन नहीं करना चाहिए। तिल का सेवन शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है, जिससे उन्हें चक्कर आ सकते हैं या फिर शरीर में जलन और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप गर्मी से परेशान रहते हैं या आपको लू लगने का खतरा हो, तो तिल को सीमित मात्रा में ही खाएं।
थायरॉयड मरीज
तिल में जिंक और सेलेनियम जैसे तत्व होते हैं जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक सेवन थायरॉयड के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है। तिल में उपस्थित "गोइट्रोजेन्स" नामक तत्व थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं। ये तत्व शरीर में आयोडीन की अवशोषण क्षमता को कम कर सकते हैं, जो थायरॉयड के मरीजों के लिए समस्या पैदा कर सकता है। यदि आप थायरॉयड की दवाइयां ले रहे हैं, तो तिल का सेवन कम करें या डॉक्टर से सलाह लें।
गर्भवती महिलाएं
गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को तिल का सेवन सावधानी से करना चाहिए। अधिक तिल खाने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, जो गर्भवती महिला के लिए नुकसानदेह हो सकता है। तिल का अधिक सेवन गर्भ में पल रहे शिशु को भी प्रभावित कर सकता है। इस दौरान पाचन क्रिया में भी बदलाव आते हैं, और तिल की तासीर से पेट में जलन और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, अगर आप तिल खाना चाहती हैं, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
हृदय रोगी
तिल में बहुत अधिक कैलोरी होती है, और यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकता है। हृदय रोगी व्यक्तियों को तिल का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। खासकर, उच्च रक्तचाप या दिल से जुड़ी बीमारियों वाले व्यक्तियों को तिल का सेवन ध्यान से करना चाहिए, क्योंकि तिल का अधिक सेवन उनके लिए हानिकारक हो सकता है। तिल में पाए जाने वाले तेल शरीर में फैट जमा कर सकते हैं, जो हृदय रोगियों के लिए जोखिम पैदा कर सकता है।
तिल हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी है, लेकिन जैसे हर चीज का सही समय और मात्रा होती है, वैसे ही तिल का सेवन भी कुछ लोगों के लिए सीमित करना चाहिए। खासकर जिनका पाचन कमजोर है, जिन्हें गर्मी से परेशानी होती है, गर्भवती महिलाएं, थायरॉयड और हृदय रोगी, इन सभी को तिल के सेवन में सतर्कता बरतनी चाहिए। यदि आपको तिल खाने में कोई परेशानी महसूस होती है, तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
तिल के फायदे होते हुए भी यदि किसी व्यक्ति की सेहत पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, तो उसे इसका सेवन नहीं करना चाहिए। आपकी सेहत और भलाई सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए अपनी आदतों में सावधानी बरतें और तिल का सेवन अपनी शारीरिक स्थिति के अनुसार करें।