बार-बार कुछ मीठा खाने की होती है चाहत , तो इन तरीकों से कंट्रोल होगी स्वीट क्रेविंग
punjabkesari.in Wednesday, Sep 25, 2024 - 12:11 PM (IST)

नारी डेस्क: बहुत से लोग मीठा खाने का बहाना ढूंढते रहते हैं। शुगर की लालसा (Sugar Craving) एक सामान्य स्थिति है, जब व्यक्ति को अत्यधिक मीठा खाने की इच्छा होती है। इसे सही तरीके से मैनेज करना आवश्यक है, क्योंकि अधिक मात्रा में शुगर का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। यहां शुगर क्रेविंग के विभिन्न प्रकार और इसे मैनेज करने के उपाय दिए जा रहे हैं।

शुगर क्रेविंग के प्रकार
भावनात्मक शुगर क्रेविंग (Emotional Sugar Craving): जब व्यक्ति किसी तनाव, उदासी, या खुशी के कारण मीठा खाने की इच्छा महसूस करता है। जैसे तनावपूर्ण दिन के बाद चॉकलेट या मिठाई की लालसा होना।
शारीरिक शुगर क्रेविंग (Physical Sugar Craving): जब शरीर को ऊर्जा की कमी महसूस होती है, तो वह शुगर की लालसा करता है। ज्यादा थकान महसूस होने पर एनर्जी बूस्ट के लिए कुछ मीठा खाने की चाहत होती है।
हार्मोनल शुगर क्रेविंग (Hormonal Sugar Craving): यह तब होती है जब हार्मोनल बदलाव, जैसे मासिक धर्म या गर्भावस्था, के कारण मीठा खाने की इच्छा बढ़ जाती है। कई लड़कियों को पीरियड्स के दौरान चॉकलेट या मिठाई खाने की तीव्र लालसा होती है।
न्यूट्रीशनल शुगर क्रेविंग (Nutritional Sugar Craving): यह तब होती है जब शरीर में कुछ विशेष पोषक तत्वों की कमी होती है और वह मीठे खाने की इच्छा को बढ़ाता है। क्रोमियम या मैग्नीशियम की कमी से शुगर क्रेविंग बढ़ सकती है।

शुगर क्रेविंग को मैनेज करने के उपाय
फाइबर और प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं: अपने आहार में फाइबर और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ये आपकी भूख को नियंत्रित करते हैं और शुगर क्रेविंग को कम करते हैं। जैसे चिया सीड्स, बादाम, अखरोट, और अंडे का सेवन करें।
छोटे-छोटे अंतराल पर खाना खाएं: लंबे समय तक भूखे रहने से शुगर क्रेविंग बढ़ सकती है, इसलिए हर 2-3 घंटे में छोटे-छोटे पोषक आहार लें।
इसें लिए फल, दही, या मखाने जैसे हल्के स्नैक्स खाएं।
हाइड्रेटेड रहें: शरीर में पानी की कमी से भी शुगर क्रेविंग हो सकती है, इसलिए दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हर दिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
नींद पूरी करें: पर्याप्त नींद न मिलने से शुगर क्रेविंग बढ़ सकती है। इसलिए रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें। बेहतर नींद के लिए सोने से पहले डिजिटल स्क्रीन का उपयोग कम करें।
तनाव कम करें: तनाव भी शुगर क्रेविंग का बड़ा कारण हो सकता है। इसके लिए योग, मेडिटेशन, और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। रोजाना कम से कम 15-20 मिनट का ध्यान या ध्यान केंद्रित करने वाली गतिविधियां करें।
शुगर के विकल्प का उपयोग करें: मीठा खाने की इच्छा होने पर शुगर की जगह प्राकृतिक मिठास वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे फल, शहद, या गुड़। मिठाई की जगह फलों का सलाद खाएं या शहद के साथ ग्रीन टी लें।
डार्क चॉकलेट खाएं: शुगर क्रेविंग को संतुलित करने के लिए आप डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं। इसमें कम शुगर होती है और यह आपकी मीठे की इच्छा को संतुष्ट कर सकती है। कम से कम 70% कोको वाली डार्क चॉकलेट का सेवन करें।
व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से शरीर में शुगर क्रेविंग कम होती है। वर्कआउट करने से एंडॉर्फिन रिलीज होता है, जो मूड को बेहतर बनाता है और मीठा खाने की लालसा को घटाता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट के लिए टहलें या कोई हल्की फिजिकल एक्टिविटी करें।