5 साल मासूम की हत्या के बाद होशियारपुर की पंचायतों ने लिया बड़ा फैसला, प्रवासियों को नहीं मिलेगा...

punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 12:31 PM (IST)

नारी डेस्क:  पंजाब के होशियारपुर जिले में 5 साल के बच्चे हरवीर उर्फ बिल्ला की अपहरण और हत्या की दुखद घटना ने पूरे इलाके में गहरा आक्रोश फैलाया है। इस घटना के बाद जिले के कई गांवों की पंचायतों ने मिलकर बाहरी या नॉन पंजाबियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। ब्लॉक 2 के 25 ग्राम पंचायतों ने एक साथ बैठकर कुछ अहम प्रस्ताव पास किए हैं। इन प्रस्तावों में मुख्य रूप से यह बातें शामिल हैं

गांव में प्रवासियों का कोई भी दस्तावेज़ या रिकॉर्ड नहीं बनाया जाएगा। बिना कागज़ात वाले प्रवासियों को गांव से बाहर निकाल दिया जाएगा। बाहरी लोगों को गांव में जमीन खरीदने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पंचायतों ने यह भी मांग की है कि इन प्रस्तावों को सरकार कानून का रूप दे ताकि पूरे पंजाब में लागू किया जा सके।

पंचायतों का कहना

गांव बजवाड़ा के सरपंच राजेश कुमार और अन्य पंचायतों के मुखिया कहते हैं कि पंजाब सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना होगा। वे मानते हैं कि गांवों को अब अपनी सुरक्षा खुद सुनिश्चित करनी पड़ेगी क्योंकि राज्य सरकार के कदम पर्याप्त नहीं हैं। उन्होंने साफ कहा, “हमें अपने गांवों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने होंगे ताकि ऐसी घटनाएं फिर कभी न हों।”

हरवीर के परिवार ने किया गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब में अरदास

हत्या किए गए मासूम हरवीर का परिवार कीरतपुर साहिब स्थित गुरुद्वारा पातालपुरी साहिब गया, जहां उन्होंने उसकी आत्मा की शांति के लिए अरदास की। इस दौरान परिवार वाले भावुक हो गए। हरवीर की बहन जैसमीन कौर ने रोते हुए कहा, “मेरे भाई को क्यों मारा गया? जिसने उसे मारा, उसे भी सजा मिले।”

पंजाब मोर्चा ने पंचायतों के फैसले का समर्थन किया

पंजाब मोर्चा के संयोजक अमितोज मान, कुमार गौरव राणा, भगवंत सिंह मटौर और रिटायर्ड अधिकारी गुरबचन सिंह बैंस ने होशियारपुर की इन पंचायतों के फैसलों का स्वागत किया। उनका कहना है कि पंजाब की पुरानी संस्कृति और पहचान को बनाए रखने के लिए यह कदम बहुत जरूरी है।

अमितोज मान ने कहा कि पंजाब में हिंदू, सिख, मुसलमान सभी पीढ़ी दर पीढ़ी पंजाबी हैं और यह लड़ाई किसी धर्म के लिए नहीं, बल्कि पंजाब के स्वाभिमान के लिए है। वे मानते हैं कि बाहर से आने वाले प्रवासियों को ठहरने या जमीन खरीदने की अनुमति देना पंजाब के माहौल के लिए खतरा है।

अमितोज मान का काम और आंदोलन

अमितोज मान पंजाब के एक प्रमुख एक्टिविस्ट हैं, जो लोगों को जमीन, नौकरी और डोमिसाइल अधिकारों के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वे पंजाब की नदियों-नहरों को साफ करने और स्थानीय लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने इस विषय पर 36 सूत्रीय फॉर्मूला भी बनाया है। अमितोज मान पंजाबी फिल्मों के प्रोड्यूसर और हीरो भी रह चुके हैं।

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होशियारपुर में 5 साल के मासूम हरवीर की हत्या के बाद 25 पंचायतों ने मिलकर बाहरी लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। वे बिना दस्तावेजों वाले प्रवासियों को गांव से बाहर निकालने, उनके रिकॉर्ड नहीं बनाने और उन्हें जमीन खरीदने से रोकने की मांग कर रहे हैं। स्थानीय एक्टिविस्ट अमितोज मान और पंजाब मोर्चा ने इस पहल का समर्थन किया है।

यह आंदोलन पंजाब की सांस्कृतिक और सामाजिक सुरक्षा को बनाए रखने का प्रयास माना जा रहा है।  


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Content Editor

Priya Yadav

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